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यूपी के लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीट पर हुए उपचुनावों के परिणाम भाजपा के पक्ष में नहीं रहे.पार्टी की हार के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘जनता ने अप्रत्याशित फैसला दिया है. हम जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं.’
उपचुनाव हार पर बोले सीएम योगी
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यूपी उपचुनाव के नतीजों पर बोलने आए योगी आदित्यनाथ ने भाजपा की हार स्वीकारते हुए कहा है कि पार्टी का अतिआत्मविश्वास ही उन्हें ले डूबा. यानी भाजपा की तीन सीटों पर हार जिसमें यूपी की दो सीटें शामिल हैं. वो पार्टी के अतिआत्मविश्वास से ढह गईं. बिहार के अररिया को छोड़ कर बात करें तो यूपी में गोरखपुर और फूलपुर दोनों ही लोकसभा सीटें बेहद खास थीं. एक खुद योगी आदित्यनाथ की पारंपरिक सीट गोरखपुर है तो दूसरी भी यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की थी.
गठबंधन को बताया हार का कारण
योगी आदित्यनाथ ने दोनों लोकसभा सीटों पर बीजेपी की हार को स्वीकार तो किया है लेकिन वो सपा-बसपा गठबंधन पर भी बोलने से नहीं चूके. योगी ने इस गठबंधन को सराहा नहीं बल्कि चुनाव के अंतिम दौर में लिए गए इस फैसले को ही अनैतिक कह डाला. योगी ने कहा कि चुनाव के अंतिम दौर में सपा-बसपा का साथ आना कोई राजनीतिक रूप से सही कदम नहीं है. हार-जीत के लिए सपा-बसपा का इस तरह साथ आना तो योगी को नहीं पच रहा है.