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अब फिर से उस नर्क में नहीं जाएंगे, यही हमारा देश और यही हमारा वेश : पाकिस्तानी हिन्दू

 

 

चंडीगढ़। पाकिस्तान-अफगानिस्तान से आकर कई सालों पहले भारत में बसे उन नागरिकों का जिन्हें अभी तक नागरिकता नहीं मिली थी अब नागरिकता संशोधन बिल से उन शरणाथियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। बस एक ही जुबान पर नाम मोदी तेरी बल्ले बल्ले बाकी सारे थल्ले थल्ले। यह शब्द अमृतसर में 1990 में पाकिस्तान से आए पिशोरी बिरादरी के प्रधान संतोष सिंह ने कहा।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से मात्र दो महीने का वीजा मिलने पर भारत अपने रिश्तेदारों से मिलने आने वाले हिन्दू परिवारों की एक ही मांग होती है भारत सरकार अब उन्हें वापस पाकिस्तान न भेजे। पाकिस्तान से आते समय इन हिन्दू परिवारों के चेहरे इतने भयभीत होते थे कि परिवार की महिलाएं अपने माथे पर बिंदी (सुहाग की निशानी) लगाने से डरती है।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेश हनी के साथ मुंह मीठा करते हुए पाकिस्तान से आए प्रीतम सिंह हरभजन सिंह कहते हैं। 2012 में अटारी स्टेशन पहुंचे एक हिन्दू परिवार की मुखिया चंदा ने बताया था कि पाकिस्तान के कुछ कट्टरवादी संगठनों के गुर्गे हिन्दुओं की बहू बेटियों को निशाना बनाकर भय पैदा करने की साजिश करते हैं। भले ही पाकिस्तान सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा का दावा करती हो पर सच्चाई यह है कि पाकिस्तान में बसने वाले हिंदुओं की हालत बहुत खराब है। इसलिए अब हमें नर्क में नहीं लौटना यही हमारा देश है यही हमारा वेश है।