श्री कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शास्त्रों में इसके व्रत को ‘व्रतराज’ कहा जाता है।
मान्यता है कि इस एक दिन व्रत रखने से कई व्रतों का फल मिल जाता है। अगर भक्त पालने में भगवान को झुला दें, तो उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद के कृष्णपक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में होने के कारण इसको कृष्णजन्माष्टमी कहते हैं। चूंकि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, इसलिए जन्माष्टमी के निर्धारण में रोहिणी नक्षत्र का बहुत ज्यादा ध्यान रखते हैं।
शुभ मुहूर्त
निशीथ पूजा मुहूर्त ~23:59:22 से 24:44:14 तक
~30 अगस्त 2021
जन्माष्टमी पारण मुहूर्त~ 05:57:44 के बाद ~31, अगस्त 2021को
कृष्ण जन्माष्टमी पर बन रहा है शुभ योग –
इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सोमवार के दिन हर्षण योग में मनाई जाएगी। ज्योतिष में इस योग को बेहद ही शुभ योग माना गया है। इसके अलावा इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन कृत्तिका और रोहिणी नक्षत्र भी रहने वाला है जो इस दिन के महत्व को कई गुना बढ़ा देगा।
इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा करने से संतान प्राप्ति , दीर्घआयु तथा सुखसमृद्धि की प्राप्ति होती है।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाकर हर मनोकामना पूरी की जा सकती है।
भगवान श्री कृष्ण का “नामकरण” :~
कारा-गृह में देवकी की आठवीं संतान के रूप में जन्मे कृष्ण के नामकरण के विषय में कहा जाता है कि आचार्य गर्ग ने रंग काला होने की वजह से इनका नाम “कृष्ण” दिया था। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा नगर में हुआ और उनका बचपन गोकुल, वृंदावन, नंदगाँव, बरसाना, द्वारिका आदि जगहों पर बीता था। महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद श्री कृष्ण ने 36 साल तक द्वारिका पर राज किया। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था, इसीलिए इस दिन को कृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं।
जिन लोगों का चंद्रमा कमजोर हो वे आज विशेष पूजा से लाभ पा सकते हैं।
शास्त्रों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस दिन वृष राशि में चंद्रमा व सिंह राशि में सूर्य था। इसलिए श्री कृष्ण के जन्म का उत्सव भी इसी काल में ही मनाया जाता है। लोग रातभर मंगल गीत गाते हैं और भगवान कृष्ण का जन्मदिन मनाते हैं।
जन्माष्टमी के अचूक उपाय: ~
१-ज्योतिषशास्त्र अनुसार अगर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं तो जन्माष्टमी के दिन अपने घर पर गाय और बछड़े की मूर्ति ले आयें। इस उपाय को करने से धन संबंधी दिक्कतें दूर होने के साथ संतान सुख प्राप्त होने की भी मान्यता है।
२-कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को परिजात के फूल भी जरूर अर्पित करें। मान्यता है ऐसा करने से भगवान कृष्ण प्रसन्न हो जाते हैं।
३-हर मनोकामना की पूर्ति के लिए इस दिन भगवान कृष्ण को चांदी की बांसुरी अर्पित करें।
४-घर में कलह का माहौल बना रहता है तो इसके लिए जन्माष्टमी के जिन मोर पंख घर में जरूर ले आयें। इस दिन 5 मोर पंख लाकर अपने घर के मंदिर में रखें और प्रतिदिन उनकी पूजा करें। मान्यता है ऐसा करने से धन संपत्ति में बढ़ोतरी होने लगती है।
आचार्य राजेश कुमार (https://www.divyanshjyotish. com)