Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

Tips: बाथटब और पूल में सेक्स करने की सोच रहे हैं तो ये टिप्स आपके लिए हैं

18+ डेस्क|

हॉलिवुड और बॉलिवुड फिल्मों में देख-देखकर आपके मन में भी बाथटब में या फिर शावर में पार्टनर संग सेक्स करने का ख्याल कभी न कभी तो जरूर आया होगा। या फिर स्विमिंग पूल में पार्टनर संग इंटिमेट होने के बारे में भी आपने कभी न कभी जरूर सोचा होगा। अगर आप भी अपनी इस फैंटसी को हकीकत में बदलने के बारे में सोच रहे हैं तो पहले जान लें कि स्क्रीन पर दिखने वाला बाथटब सेक्स क्या सचमुच उतना बेहतरीन होता है? पानी में सेक्स करने से पहले जान लें इससे होने वाले 5 नुकसान के बारे में…

अगर आप स्विमिंग पूल में या फिर अपने बाथटब में पार्टनर संग इंटिमेट होने के बारे में सोच रही हैं तो यह जान लें कि ऐसा करने से आपको प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है। अगर आपको पहले कभी यूटीआई हो चुका है तब तो आपको पानी में सेक्स के ख्याल से भी दूर रहना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पानी में मौजूद कीटाणु जब सेक्स के दौरान वजाइना के संपर्क में आते हैं तो std और uti जैसी बीमारियों का खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है।

अगर आप स्विमिंग पूल में हैं तो पूल के पानी में क्लोरीन जैसे कई केमिकल्स मिले होते हैं और अगर आप समुद्र के पानी में गोते लगा रहे हैं तो समुद्र के पानी में नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है। यहां तक की आपके घर का बाथटब भी पूरी तरह से साफ नहीं होता और वहां भी जर्म्स होने की आशंका काफी अधिक होती है। ऐसे में अगर आप इन जगहों पर सेक्स करती हैं तो यह सीधे तौर पर बीमारियों को न्योता देने जैसा ही होगा।

पानी भले ही गीला होता हो लेकिन यह लुब्रिकेंट की तरह काम नहीं करता। यह आपके प्राइवेट पार्ट में मौजूद नैचरल लुब्रिकेंट को खत्म कर आपको पूरी तरह से ड्राई बना सकता है। ऐसे में पानी के अंदर स्मूथ सेक्स की जगह सेक्स और ज्यादा तकलीफदेह बन जाता है क्योंकि लुब्रिकेशन न होने की वजह से वजाइना में हद से ज्यादा दर्द होने लगता है।

अगर बाथटब में या फिर शावर के दौरान इंटरकोर्स करने की सोच रहे हैं तो कॉन्डम निकलने का भी खतरा रहता है। साथ ही पानी में मौजूद केमिकल्स की वजह से कॉन्डम कम असरदार भी हो जाता है जिससे अनचाही प्रेग्नेंसी और सेक्शुअली ट्रांसमिटेड बीमारियां होने का खतरा रहता है।

सोर्स:NBT