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राष्ट्रविरोधी सोच का घिनौना षड्यंत्र था प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक: यतीन्द्र सिंह एडवोकेट

सिरसा। प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा व्यवस्था में हुई चूक राष्ट्रविरोधी लोगों का सोचा समझा योजनागत षड्यंत्र ही था, ये शब्द भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष यतीन्द्र सिंह एडवोकेट ने इस घटना पर प्रतिक्रिया स्वरूप कहे। पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री के आने और जाने के रूट की सम्पूर्ण जानकारी सिर्फ  एसजीपी व राज्य पुलिस डीजीपी को ही होती है। ऐसे में सवाल उठता है कि रूट की ये जानकारी प्रदर्शनकारियों तक कैसे पहुंची। अगर रूट क्लियर नहीं था तो डीजीपी पंजाब ने एसजीपी को रूट क्लियर होने का संदेश क्यों दिया।

इस घटना के समय डीजीपी स्वयं कहां थे, वे प्रोटोकाल के अनुसार प्रधानमंत्री की अगुवाई में क्यों नहीं पहुंचे। लगभग 20 मिनट तक जब प्रधानमंत्री ब्रिज पर रुके रहे तो पंजाब पुलिस व डीजीपी ने कोई संज्ञान क्यों नहीं लिया? इस दौरान मुख्यमंत्री पंजाब ने फोन क्यों नहीं अटेंड किया। यतीन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार या पंजाब पुलिस के पास इन सवालों का कोई जवाब नहीं है। इस में कोई संदेह नहीं कि पंजाब सरकार, पंजाब कांग्रेस इकाई व पंजाब पुलिस इस षड्यंत्र की पूरी जानकारी रखते थे, ये इस बात से भी साबित होता है जब पंजाब पुलिस के अधिकारी कहते हैं कि हमें प्रदर्शनकारियों को हटाने का आदेश नहीं था। पंजाब पुलिस के जवान मौके पर प्रदर्शनकारियों के साथ चाय पी रहे थे। यतीन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री का ये कहना कि कुछ हुआ नहींए इसलिए कोई खतरा ही नहीं थाए इससे हास्यास्पद या नासमझीपूर्ण कथन कुछ हो भी नहीं सकता। इस घटना ने एक स्पष्ट संदेश दिया है कि राष्ट्रविरोधी ताकतें किसानों के कंधे का प्रयोग देश में अस्थिरता-अराजकता फैलाने में काम कर रही है।