समाजवादी पार्टी के संरक्षक और संस्थापक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता यादव का नौ जुलाई को निधन हो गया। मुलायम सिंह ने 2003 में साधना को आधिकारिक तौर पर अपनी पत्नी का दर्जा दिया था। साधना अपने पीछे पति मुलायम सिंह यादव, बेटे प्रतीक, बहू अपर्णा यादव के साथ-साथ एक पौत्र और एक पौत्री को भी छोड़ गईं। 2003 के बाद से मुलायम सिंह यादव अपने हर सरकारी दस्तावेज में पत्नी के तौर पर साधना का जिक्र करते थे। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामों में भी साधना का जिक्र किया है। 2019 के चुनावी हलफनामे में मुलायम ने साधना की संपत्ति और आय के बारे में भी बताया है। मुलायम सिंह यादव के साथ साधना गुप्ता ने दूसरी शादी की थी। इसके पहले उन्होंने साल 1986 को फर्रुखाबाद के व्यापारी चंद्रप्रकाश गुप्ता के साथ पहली शादी की थी।
बाद में साधना और चंद्रप्रकाश अलग हो गए। साधना का झुकाव राजनीति की तरफ भी था। वह राजनीतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं। इसी दौरान उनकी मुलाकात मुलायम सिंह यादव से हुई। दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगीं। अखिलेश यादव की बायोग्राफी ‘बदलाव की लहर’ में मुलायम सिंह और साधना के रिश्ते का भी जिक्र है। इस किताब में बताया गया है कि मुलायम की मां मूर्ति देवी अक्सर बीमार रहती थीं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब साधना गुप्ता मूर्ति देवी की देखभाल करती थीं। एक बार सैफई मेडिकल कॉलेज में एक नर्स गलत इंजेक्शन लगाने जा रही थी, उस वक्त साधना ने ही नर्स को रोका था। दरअसल, साधना भी नर्स रही थीं। नर्सिंग का कोर्स करने के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक नर्सिंग होम में काम भी किया था। जब ये बात मुलायम को मालूम हुई तो वह साधना से काफी प्रभावित हुए।