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उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश न होने की वजह से उमस और चिपचिपी गर्मी से प्रदेशवासी है परेशान

गर्मी अपनी चरम सीमा पर यूपी में तबाही मचा रही है जिसमे लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर और वाराणसी के लोग का बारिश का इंतजार कर रहे हैं। उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं। मौसम का रवैया समझ नहीं आ रहा है। मौसम विभाग के आंकलन को भी वह कई बार धता बता चुका है। सोमवार को भारी उमस और गर्मी रही। अगले छह दिनों तक इस उमस और गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है। बस बादलों की आवाजाही लगी रहेगी। बरसात के आसार कम हैं। मौसम विभाग के मुताबिक जुलाई में सबसे अधिक माॅनसूनी वर्षा होती है। मानसून में इसी माह सबसे अधिक वर्षा दर्ज की जाती है। लखनऊ में जुलाई में वर्षा का औसत 255.3 मिली मीटर है। वहीं पिछले दस वर्षों में जुलाई के पहले दस दिनों में वर्षा सबसे कम हुई है। इन दस दिनों में लखनऊ में औसत वर्षा 59.7 मिली मीटर हो जानी चाहिए थी।

पर हुए 20.3 मिलीमीटर। यह सामान्य से 66 फीसदी कम है। वैसे इस मानसून सीजन में यानी जून के आखिरी सप्ताह से अब तक की औसत 149.9 वर्षा थी। पर हुई 63.4 मिलीमीटर। यह सामान्य से 58 फीसदी कम है। मानसून कमजोर हो गया है। ऐसे में सुबह से उमस बनी रही। आर्द्रता 66 फीसदी के आसपास रही। अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस रहा। पर लग ऐसा रहा था जैसे पारा 40 के पार चला गया हो। सुबह और दिन में एक बजे के करीब बादल छाए। लगा कि बौछारें पड़ेंगी। पर ऐसा नहीं हुा। मौसम विभाग बता रहा है कि अगले छह दिनों में बरसात के आसार नहीं है। बादलों की आवाजाही हो सकती है। अधिकतम तापमान 37से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।