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महिला सुरक्षा लिए बड़ा कदम, यौन अपराधियों का ऑनलाइन कुंडली तैयार करेगी केंद्र सरकार

नई दिल्ली: महिला सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। केंद्र सरकार ने देश महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार और यौन अपराध के मामलोंं को देखते हुए ये रिकॉर्ड जुटाने का काम किया है। ऐसा होने के बाद भारत दुनिया के उन नौ देशो में शामिल होने जा रहा है। जहां यौन हिंसा और अपराध से जुड़े अपराधियों का एक अलग डाटाबेस होगा। नेशनल डाटाबेस ऑफ सेक्सुअल ऑफेंडर्स (NDSO ) का डाटाबेस तैयार किया है।
ये डाटाबेस अपराधियों की फोटो, पता, डीएनए, आधार कार्ड, फिंगर प्रिंट्स, पैन कार्ड से जुड़ी जानकारी को रखा रखेगा। यौन अपराध से जुड़े अपराधियों को तीन भागों में बांटा गया है। इस तरह के अपराध में शामिल लोगों का रिकॉर्ड देश भर की जेलों से इकठ्ठा किया गया है। यह रिकॉर्ड देश भर की जेलों से जुटाया गया है। गृह मंत्रालय के अंतर्गत नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) इस डाटाबेस को तैयार कर रहा है। एनसीआरबी ही यह डाटा विभिन्न जांच एजेंसियों को मुहैया कराएगा। गृह मंत्रालय के ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी गयी है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह इसको लॉन्च करेंगे।
पहले कैटेगिरी में शामिल अपराधियों का डाटा 15 साल तक रखा जायेगा। इस श्रेणी में वो अपराधी शामिल होंगे जो पहली बार इस तरह से अपराध में शामिल हैं। दूसरी कैटेगिरी में शामिल अपराधियों का डाटा 25 साल तक रखा जायेगा। तीसरी कैटेगिरी में शामिल अपराधियों का डाटा आजीवन रखा जायेगा। इस श्रेणी में बार-बार इस तरह के अपराध को अंजाम देने वाले सीरियल ऑफेंडर्स को शामिल किया जायेगा।
बता दें भारत के अलावा दुनिया के आठ देशो में ऐसा डाटाबेस तैयार किया गया है। इन देशो में केवल अमेरिका ही एकमात्र देश है जहां आम लोग भी इस डाटाबेस को एक्सेस कर  सकते हैं। अन्य सात देशो यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, दक्षिण अफ्रीका,  न्यूजीलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो में यौन अपराध में शामिल लोगों का डाटा केवल जांच एजेंसी ही इस तरह के रिकॉर्ड तक पहुंच सकती हैं।