ब्रजेश सैनी/हेल्थ डेस्क|
सोचिये अगर हमारे मुहं में दांत न होते तो हम कैसे दिखते वैसे ही दिखते जैसे हमारे दादा जी 70 की उम्र मे दिखते है | हम कोई भी चीज खाते है उसको चबाने मे हमारे दांतो का योगदान 100 प्रतिशत होता है | कई बार हम सबकुछ खाते चले जाते है और ये समझने मे भूल कर जाते कि क्या हमारे दांत किसी बीमारी को दस्तक तो नही दे रहे है इसलिये हमारा फर्ज है कि हम दांतों की अच्छी तरह देखभाल करें|
- क्या आप जानते है कि दांतों की अच्छी तरह देखभाल न करने से आपको दिल की बीमारियांहो सकती है एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। कि जीवाणुओं के कारण होने वाले मुंह के संक्रमण का संबंध दिल की बीमारियों से है।
- मुंह का सबसे आम संक्रमण कैविटी और मसूढ़ों का रोग जैसे जिंजिवाइटिस तथा पेरियोडोंटाइटिस है, जो धीरे-धीरे दांतों की जड़ों को कमजोर कर देता है।
- हार्वर्ड स्कूल ऑफ डेंटल मेडिसिन से संबद्ध फॉर्सिथ इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ लेखक थॉमस वान डिके ने कहा, “मुख संक्रमण बेहद व्यापक है और यह भविष्य में हृदय संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है। सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है।”
- अध्ययन के मुताबिक, सूजन मुख संक्रमण जैसे पेरियोडॉन्टाइटिस तथा हृदय रोगों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने वर्तमान चिकित्सा सबूतों की समीक्षा की, जिसमें यह बात निकलकर आई कि मुख संक्रमण तथा हृदय रोग के बीच गहरा संबंध है।
- शोधकर्ताओं ने हालांकि यह चेतावनी दी कि सूजन कम करने वाली दवाओं से दिल से संबंधित बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए इसके लिए एक वैकल्पिक चिकित्सा लेना फायदेमंद होगा।
दांतो की सड़न से बचने के लिये ले शुगर-फ्री कैंडी-खाने के शौकीन लोगों को अक्सर अपने दांतों की सड़न की चिंता परेशान करती रहती है। मांएं तो अपने बच्चों की दांतों की समस्या को खासी परेशान रहती हैं। शोधकर्ताओं ने नई ‘शुगर-फ्री’ कैंडी का निर्माण किया है,जो दांत में कैविटी पैदा करने वाले बैक्टीरिया को कम कर देती है। बर्लिन बायोटेक फर्म ऑर्गेनोबैलेंस की क्रिस्टीन लैंग व उनके साथी ने इस कैंडी को बनाया। उन्होंने बताया की आम कैंडी में मृत बैक्टीरिया होते हैं, जो कैविटी का कारण बनते हैं।