नई दिल्ली। भारत में बीते दिनों लागू हुआ नया मोटर व्हीकल एक्ट चर्चा का विषय बन चुका है, क्योंकि इसमें ट्रैफिक नियम तोड़ने पर लोगों को जो चालान राशि का भुगतान करना पड़ता था, उसमें काफी बढ़ोतरी कर दी गई है। हालांकि भारत के अलावा कई ऐसे देश हैं, जहां ट्रैफिक नियम तोड़ने पर लोगों को केवल पैसे देने भर से ही छुट्टी नहीं मिल जाती, बल्कि कोड़े की सजा भी मिलती है।
दरअसल कुछ दिन पहले यह खबर सामने आई थी कि अबू धाबी में एक शख्स को शराब पीकर तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने पर 80 कोड़े माने की सजा दी गई थी। यही नहीं इसके साथ वहां पर तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने पर एक साल की सजा का भी प्रावधान है। इसके साथ ही स्विटजरलैंड में बीते दिनों एक शख्स को तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने पर उस पर 5 लाख पाउंड का जुर्माना ठोका गया था।
इसके अलावा यूरोपीय देशों में भी गलत तरीके से गाड़ी चलाने पर सख्त सजा और जुर्माना लगाया जाता है। हॉलैंड में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने पर गाड़ी हमेशा के लिए जब्त हो जाती है। वहीं फिनलैंड में भी तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने पर काफी कठोर सजा मिलती है। वहां पर जुर्माने की रकम गाड़ी कीरफ्तार और दोषी व्यक्ति की सालाना इनकम देखकर लगाई जाती है।
यही नहीं यहां पर बीते दिनों एक अरबपति को तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने का जुर्माना भरना पड़ा था, जिसे जुर्माने के रूप में 5 लाख पाउंड यानी लगभग 4 करोड़ 37 लाख रुपए देना पड़ा था। वहीं ताइवान जैसे देशों में नशे में गाड़ी चलाने पर 2 साल कीसजा और 6700 डॉलर यानी लगभग 4 लाख 82 हजार रुपए का जुर्माना देना पड़ता है। यही नहीं अगर नशे की हालत में गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाता है और उसमें किसी की मौत हो जाती है, तो ऐसे में 10 साल की सजा का प्रावधान है।