Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

SC का ऐतिहासिक फैसला, अब अदालती कार्यवाही की होगी लाइवस्ट्रीमिंग

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट सहित सभी आदालतों की कार्यवाही अब संसद की कार्यवाही की तर्ज पर ही होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कार्यवाही के सीधे प्रसारण पर मुहर लगा दी है। कोर्ट ने कहा सुप्रीम कोर्ट से ही इसकी शुरुआत होगी। अब भारत में कोर्ट सभी के लिए खुला है। कोर्ट की कार्यवाही का सीधा प्रसारण न्यायिक प्रणाली में पारदर्शिता लाने का काम करेगा।
कोर्ट ने फौसला सुनाते हुए कहा, ‘सूर्य की रोशनी कीटाणुओं को नष्ट करने के लिए सबसे अच्छी है। जनता के अधिकारों और वादियों के सम्मान की रक्षा के बीच संतुलन बैठाने के लिए जरूरी नियम जल्द ही बनाए जाएंगे।’
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल के सुझाव को देखते हुए इस मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। पीठ ने कहा था, ‘हमें सीधे प्रसारण में कोई कठिनाई नहीं दिखती। पहले हम इसे शुरू करेंगे और देखेंगे कि क्या होता है। यह पायलट परियोजना है और समय के साथ इसमें सुधार करेंगे।’
दरअसल, अटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने सुझाव दिया था कि पायलट परियोजना के आधार पर अहम मुकदमों का सीधा प्रसारण किया जा सकता है।
उन्होंने कहा था, ‘पायलट परियोजना के तौर पर कोर्ट संख्या 1 (सीजेआई कोर्ट) से सीधा प्रसारण शुरू किया जाए। इसकी सफलता पर निर्भर करेगा कि सुप्रीम कोर्ट की सभी और देशभर की अदालतों की कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया जाए या नहीं।