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आरबीआई के फंड ट्रांसफर पर सवाल उठाना दुभाग्‍यपूर्ण : निर्मला सीतारमण

 

नई दिल्‍ली/पुणे। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी दर घटाना मेरे हाथ में नहीं है। इस पर फैसला जीएसटी काउंसिल करेगी। सीतारमण ने ये बात प्रेस कांफ्रेस के दौरान कही। उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के सभी उद्यमी बिना किसी चिंता के अपने व्‍यवसाय को आगे बढ़ाएं।

महाराष्‍ट्र के पुणे में वित्‍त मंत्री ने कारोबारियों से मुलाकात की और उन्‍हें बेफ्रिक होकर अपना कारोबार करने की सलाह दी। सीतारमण ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कारोबारी संगठनों और ऑटोमाबाइल से जुड़े लोगों के साथ हुई बैठक में उनसे बातचीत हुई है, जिसमें जीएसटी की डेडलाइन और जीएसटी दर भी बात हुई है।

वित्‍त मंत्री ने कहा कि छोटे, मझोले, सूक्ष्‍म, नैनो और बड़े कोई भी व्‍यापारी हो, वो बिना किसी चिंता के अपने व्‍यापार को आगे बढ़ाएं। दरअसल सीतारणम रिजर्व बैंक के द्वारा किए गए बड़े फैसले के बाद मीडिया से बात कर रहीं थीं।

उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने सरकार को 1.76 लाख रुपये के सरप्‍लस राशि हस्‍तांरित किया है। इस पर कांग्रेस पार्टी, उनके नेता और राहुल गांधी द्वारा ट्वीट करके उठाए गए सवाल का भी जवाब देत हुए सीतारमण ने कहा कि उनके द्वारा उठाए गए सवाल को कोई मतलब नहीं है। दरअसल राहुल गांधी ने वित्‍त मंत्री सीतारमण और प्रधानमंत्री पर ‘आर्थिक त्रासदी’ से बेखबर होने का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि अब आरबीआई से चोरी करने से कुछ नहीं होने वाला है। राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था कि ‘प्रधानमंत्री और वित्‍त मंत्री’ इसको लेकर बेखबर हैं। उनके खुद के पैदा किए हुए आर्थिक त्रासदी को कैसे दूर किया जाए।

राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस पार्टी ने भी कहा है कि देश में आर्थिक एमरजेंसी जैसे हालात हैं। इस प्रेस कांफ्रेस के दौरान वित्‍त राज्‍य मंत्री अनुराग ठाकुर, रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास और वित्‍त सचिव भी मौजूद थे।