Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

पर्स ने बचाई पुलिस की जान, बुलेटप्रूफ जैकेट भी नही आया काम, जानें कैसे

लखनऊः गोली से सुरक्षा के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट का इस्तेमाल होता है लेकिन तमाम ऐसी भी घटनाएं घटित हुई हैं, जहां जैकेट पहनने के बाद भी गोली आर-पार निकल जाती है। कुछ ऐसी ही वाकया यूपी के फिरोजाबाद में नागरिकता कानून के प्रदर्शन के दौरान हुआ, जहां पर एक पुलिस वाले की जान बुलेट प्रूफ जैकेट नही बल्कि पर्स की वजह से बच गई।

बता दें कि फिरोजाबाद बवाल के दौरान एसएसपी के साथ चल रहे सिपाही बृजेंद्र ने बीते शनिवार को बवाल के 15 घंटे बाद जब अपनी वर्दी उतारी तो उनके होश उड़ गए। लगातार 15 घंटों से उपद्रवी प्रदर्शनकारियों को संभालने में लगे हुए सिपाही की जान शनिवार को पर्स और बुलेटप्रूफ जैकेट ने बचा ली।

गोली बुलेटप्रूफ जैकेट को पार करते हुए पर्स में जाकर फंस गई। सिपाही को गोली लगने की जानकारी करीब 15 घंटे बाद वर्दी उतारने पर हो सकी। पर्स में गोली फंसी देख सिपाही दंग रह गया। शनिवार को सिपाही ने डीएम और एसएसपी को घटना की जानकारी दी। सिपाही बृजेंद्र एसएसपी ऑफिस में तैनात है।

बता दें कि शुक्रवार को सिपाही की ड्यूटी एसएसपी सचिंद्र पटेल के साथ हमराह के रूप में थी। जुमे की नमाज के बाद शुरू हुए उपद्रव के दौरान एसएसपी सचिंद्र पटेल के साथ हमराह सिपाही बृजेंद्र अन्य सिपाहियों के साथ मौजूद थे। सिपाही ने सुरक्षा की दृष्टि से बुलेटप्रूफ जैकेट भी पहना था। तभी उपद्रवियों की ओर से पुलिस टीम पर की गई फायरिंग के दौरान एक गोली सिपाही बृजेंद्र की बुलेटप्रूफ जैकेट और अंदर पहनी गई लेदर की जैकेट को चीरती हुई वर्दी की ऊपरी जेब में रखे पर्स में जाकर फंस गई।

हालांकि सिपाही को घटना की जानकारी नहीं हो सकी। घटना के करीब 15 घंटे बाद सिपाही ने वर्दी उतारी तो वर्दी की जेब में छेद देख सिपाही दंग रह गया। उसने पर्स को देखा तो गोली पर्स में फंसी थी। उसने घटना की जानकारी एसएसपी सचिंद्र पटेल को रसूलपुर थाने पर दी और पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। सिपाही ने कहा कि वाकई यह उनका दूसरा जन्म ही है, नहीं तो इस गोली से उसकी जान चली गई होती।