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एक सांस में 32 बार अपने नाम का उच्चारण करने वालों को कोरोना वायरस नहीं होगा : ज्योतिषविद्

 

कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कहर बरपा रखा है। विश्व में कोरोना वायरस से मौतों का आंकड़ा 27 हजार के पार हो गया है।

भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1000 हो गई है। जबकि अब तक इस वायरस से 20 लोगों की जान गई है। लॉकडाउन के बावजूद मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है।

एक तरफ जहां वैज्ञानिक, शोधार्थी और डॉक्टर्स इस बीमारी को हराने की कोशिश में लगे हैं, वहीं कोरोना जैसी महामारी से बचने के उपाय क्या हैं, इस पर ज्योतिष शास्त्र का अपना नजरिया है।

ज्योतिषविद् शंकर चरण त्रिपाठी ने बताया कि यह रघुवशियों का देश है और वेदों में काल को भी जीतने की शक्ति है, क्योंकि वेदों को कालजयी कहा गया है। फिर कोरोना वायरस तो बहुत छोटी चीज है।

उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना से संक्रमित 20 से ज्यादा मरीज ठीक हो गए हैं। इसका मतलब इस वायरस में मारने की ताकत नहीं है। कोरोना वायरस से वही लोग ज्यादा प्रभावित हैं, जिनके शरीर की इम्युनिटी कम है। इ​सलिए बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सतर्क रहने के लिए कहा गया है, क्योंकि इनकी प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।

ज्योतिषविद् ने बताया कि अथर्ववेद की युक्ति के अनुसार, एक सांस में अगर अपने नाम का उच्चारण आपने 32 बार कर लिया तो आपकी इम्युनिटी 27 प्रतिशत तत्काल बढ़ जाएगी। फिर कोरोना वायरस तो क्या आप काल को भी जीतने में सक्षम होंगे। इसके अलावा गंगा जल को छूने और उसे पीने और बालू के स्पर्श से इसमें तत्काल लाभ मिलता है। ऐसा अथर्ववेद में वर्णन है।