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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को महिला वर्ल्ड बाक्सिंग चैंपियनशिप में देश का नाम रोशन करने वाली महिला मुक्केबाजों से कि मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को महिला वर्ल्ड बाक्सिंग चैंपियनशिप में देश का नाम रोशन करने वाली महिला मुक्केबाजों से मुलाकात की है। चैंपियनशिप में मुक्केबाज निकहत जरीन, मनीषा मौन और परवीन हुड्डा ने मैडल जीत कर देश का नाम रोशन किया है। तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर निकहत जरीन और आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली ईशा सिंह को दो-दो करोड़ रुपये देने की घोषणा की। साथ ही उन्हें बंजारा हिल्स या जुबली हिल्स इलाके में जमीन आवंटित करने की भी घोषणा की है। निकहत जरीन इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली पांचवीं भारतीय मुक्केबाज हैं।

निकहत के अलावा महिला वर्ल्ड बाक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली मनीषा मौन और परवीन हुड्डा ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। प्रधानमंत्री से मुलाकात का अनुभव साझा करते हुए निकहत ने ट्वीट किया कि यह उनके लिए बेहद सम्मान की बात है। गौरतलब है कि निकहत ने चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में 5-0 से दबदबा बनाकर जीत दर्ज की। उम्मीदों पर खरे उतरते हुए निकहत ने 52 किग्रा फाइनल 30-27, 29-28, 29-28, 30-27 और 29-28 में थाईलैंड की जितपोंग जुतामास को हराया। निकहत से पहले मैरी काम ने (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006) और लेखा केसी (2006) ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते थे।

चैंपियनशिप में मनीषा ने (57 किग्रा) और परवीन ने (63 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते और भारतीय दल ने दुनिया के सबसे बड़ी मुक्केबाजी प्रतियोगिता में तीन पदक के साथ अपने अभियान का समापन किया। इस चैंपियनशिप में 73 देशों के 310 मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था। इस साल का बाक्सिंग इवेंट महिला विश्व चैंपियनशिप की 20वीं वर्षगांठ भी है।