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अरुण जेटली के निधन पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित तमाम दिग्गजों ने जताया दुख

 

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित तमाम दिग्गजों ने शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अरुण जेटली के निधन पर दुख जताया। प्रधानमंत्री ने जेटली की पत्नी संगीता और पुत्र रोहन से फोन पर बात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने शोक संदेश में कहा, अरुण जेटली के लम्बे समय तक धैर्य और साहस के साथ बीमारी से जूझने के बाद निधन से बेहद दुख हुआ। उन्होंने एक शानदार वकील, एक अनुभवी सांसद और एक प्रतिष्ठित मंत्री के तौर पर राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान दिया।

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा, अरुण जेटली के असामयिक निधन पर स्तब्ध हूं। पुराने मित्रों का असमय जाना भावनात्मक रूप से मर्मान्तक है। व्यथा को व्यक्त करने में शब्द अक्षम हैं। विचारों में शून्यता और भावों में मौन पसरा हुआ है। ईश्वर हम सबको इस विकराल क्षति को सहने की शक्ति दे। प्रिय मित्र को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। जेटली की ओजस्वी शैली और तार्किक भाषणों ने संसद की गरिमा को समृद्ध किया, संसदीय विमर्श को प्रमाणिकता प्रदान की। अपने संसदीय जीवन में वे श्रद्धेय अटल जी की अनुकरणीय परंपरा के निष्ठावान वाहक रहे। भारत की संसद ने उनके योगदान के लिए उन्हें उत्कृष्ट सांसद का सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, अरुण जेटली एक राजनीतिक दिग्गज थे, वे बौद्धिक और कानूनी रूप से जीवंत थे। वह एक मुखर नेता थे जिन्होंने भारत में स्थायी योगदान दिया। उनका निधन बहुत दुखद है। उन्होंने कहा कि जीवन से भरपूर, बुद्धि से भरपूर, हास्य और करिश्मा की एक महान भावना के कारण अरुण जेटली को समाज के सभी वर्गों के लोगों ने सराहा। वह एक बहुआयामी व्यक्तित्व था, उन्हें भारत के संविधान, इतिहास, सार्वजनिक नीति, शासन और प्रशासन के बारे में त्रुटिहीन ज्ञान था।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, विश्वास नहीं हो पा रहा कि देश के पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली अब हमारे बीच नहीं रहे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। अपने जोरदार भाषणों और अकाट्य तर्कों से लोगों को मुग्ध कर देने वाले अरुण जी हमेशा याद आएंगे। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली लंबे समय से बीमार थे। सुषमा जी के बाद अरुण जी का हमें छोड़कर चले जाना दुखदायी है। मन व्यथित है। उनका जाना भारतीय राजनीति में एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, निशब्द हूं, अरुण जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। देश को उनकी कमी हमेशा खलेगी। राज्यसभा में पक्ष और विपक्ष में रहते उनके दिए भाषण हमेशा चिरन्तन रहेंगे। हमारे दो बड़े नेताओं का एक के बाद हमें छोड़ जाना सभी के लिए वज्राघात जैसा है। अरुण जी की दिवंगत आत्मा को शांति मिले यही प्रार्थना।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, पूर्व वित्तमंत्री और वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का असामयिक निधन राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। एक कानूनी चमकदार और एक अनुभवी राजनेता जो अपने शासन कौशल के लिए जाना जाता है, देश द्वारा याद किया जाएगा। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ मेरी संवेदना है।

भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे एवं परिवार को इस मुश्किल वक्त में संयम दें। देश उनके योगदान को कभी भूल नहीं पाएगा।