Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

लम्बे समय बाद एक बार फिर राजनीति में आ सकते हैं परवेज़ मुशर्रफ

इस्लामाबाद|

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ राजनीति में फिर से वापसी की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए परवेज मुशर्रफ अपनी जमीन तैयार करने में जुटे हुए हैं। पाकिस्तान में जिस तरह इस वक्त राजनीतिक उथल-पुथल का माहौल है। पाकिस्तान में इमरान खान सरकार कई मोर्चों पर घिर चुकी है। इसको देखते हुए पाकिस्तान में राजनीतिक तख्तापलट की संभावनाओं से इनकार भी नहीं किया जा सकता है। हालांकि ऐसी बस संभावनाएं जताई जा रही हैं।

इस बीच पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ 6 अक्टूबर को अपनी पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग(APML) के स्थापना दिवस पर राजनीतिक में अपनी वापसी का ऐलान कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने अपनी पार्टी, ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) को पुनर्जीवित कर राष्ट्रीय राजनीति में वापसी की योजना बनाई है। कहा जा रहा है कि इसके लिए ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग ने तैयारी भी कर रखी है। परवेज मुशर्रफ की पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग ने कहा की अब उनका स्वास्थ्य पहले से बेहतर है और वह राजनीति में वापसी की तैयारी कर रहे हैं।

वर्तमान में, दुबई में, एपीएमएल प्रमुख पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर एक वीडियो लिंक के माध्यम से रविवार को इस्लामाबाद में अपने समर्थकों को संबोधित कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मेडिकल परीक्षण के लिए पिछले सप्ताह अमेरिका गए थे। पार्टी ने कहा कि मुशर्रफ, जिन्होंने लगभग एक दशक तक पाकिस्तान पर शासन किया, हालांकि उनकी जल्द  कभी भी पाकिस्तान लौटने की संभावना नहीं थी।

76 साल के परवेज मुशर्रफ के खिलाफ पाकिस्तान की कोर्ट में राजद्रोह का मुकदमा चल रहा है। परवेज मुशर्रफ एक बीमारी का इलाज कराने के लिए पाकिस्तान छोड़कर विदेश चले गए थे। इसके बाद से वो कभी पाकिस्तान नहीं लौटे हैं। आज वो अपनी पार्टी के स्थापना दिवस पर पाकिस्तान की राजनीति में वापसी कर सकते हैं।

क्या है मामला ?

नवंबर 2007 में  तत्कालीन सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति द्वारा अतिरिक्त संवैधानिक आपातकाल लगाने के खिलाफ 2013 में मुशर्रफ के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया था। इसके कारण कई वरिष्ठ अदालत के न्यायाधीशों और 100 से अधिक न्यायाधीशों को बर्खास्त किया गया था। मुशर्रफ 2016 में मेडिकल परीक्षण के लिए दुबई गए थे और तब से वापस नहीं आए हैं।

न्यूज़ सोर्स:दैनिक जागरण