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सिखों के बिना देश का इतिहास अधूरा : योगी

योगी ने गुरुवार को बैसाखी के दिन पर यहियागंज के गुरुद्वारे में दर्शन किए। बैसाखी के साथ महावीर जयंती और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जंयती पर सभी प्रदेश वासियों को  बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर कहा कि बैसाखी का पर्व एक नया उल्लास, एक नया उत्साह, नई फसल के आने और नए वर्ष के आगमन के फलस्वरूप मनाया जाता है। भारत के अंदर धर्म की रक्षा के लिए आज के दिन का  ऐतिहासिक महत्व है। गुरु गोविन्द सिंह  ने आज के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। उसी की वजह से बैसाखी पर्व को पूरे देश के अंदर मनाया जाता है। कार्यक्रम में सीएम योगी  समेत  भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक आदि पार्टी के नेता मौजूद रहे।

सिख गुरुओं ने त्याग ओर बलिदान दिया है : सीएम योगी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि सिखों के बिना देश का इतिहास अधूरा माना जाता है। सिख गुरुओं ने त्याग ओर बलिदान की जो एक लंबी श्रंखला खड़ी की है आज उसी का परिणाम है कि देश सुरक्षित है।जब खालासा पंथ की स्थापना करने वाले गुरु गोविंद सिंह ने अपने जीवन का कुछ समय इस  ऐतिहासिक गुरुद्वारे में बिताया था। यहां से धर्म की रक्षा के लिए क्या करना है इसका ज्ञान दिया था। शस्त्र और शास्त्र में पारंगत होकर कैसे अपने धर्म की रक्षा करनी है इसकी प्रेरणा प्रदान की थी।

सीएम योगी ने 26 दिसंबर को साहिबजादा दिवस मनाने की घोषणा : सीएम योगी ने कहा कि आज से पांच साल पहले किसी गुरुद्वारे में आने का मौका मिला था तो वो यही गुरुद्वारा था। जहां आकर मैने माथा टेका था ओर गुरु परंपरा के प्रति अपनी निष्ठा को प्रकट किया था।उसी के नाते हम अनेक कार्यक्रम करने में कामयाब होते हैं। सीएम योगी ने कहा कि लखनऊ में हमने ये संकल्प लिया था कि सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों का नमन करने का दिन मनाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए 26 दिसंबर को साहिबजादा दिवस मनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उस दिवस को बड़े आयोजन के साथ मनाया जाए।