नई दिल्ली। निर्भया के दोषियों की फांसी के दो दिन बचे हैं, लेकिन उन लोगों ने अभी तक जेल प्रशासन को अपनी अंतिम इच्छा नहीं बताई है और न ही कोई वसीयत तैयार की है। डेथ वारंट जारी होने के बाद ही जेल प्रशासन द्वारा दोषियों को नोटिस जारी कर उनकी अंतिम इच्छा पूछे जाने का प्रावधान है।
जेल प्रशासन की ओर से जारी नोटिस में गुनाहगारों से कई सवाल पूछे गए हैं, जिसमें उनकी अंतिम इच्छा के साथ-साथ अंतिम मुलाकात किससे करना चाहते हैं। उनके नाम से कोई प्रॉपर्टी या बैंक खाते में जमा कोई रकम है तो उसे किसके नाम से ट्रांसफर करना चाहते हैं। कोई वसीयत करना चाहते हैं या फिर किसी को अपना नॉमिनी बनाना चाहते हैं।
जेल मैनुअल के अनुसार, मौत की सजा पाने वाले दोषियों से फांसी से पहले उनकी अंतिम इच्छा के बारे में पूछा जाता है और उनकी इच्छा को पूरा कराया जाता है। जेल सूत्रों का कहना है कि दोषियों ने अब तक अंतिम इच्छा के बारे में कुछ नहीं बताया है। उन लोगों ने सिर्फ अपने परिवार वालों से मुलाकात की बात कही थी। जिसमें तीन दोषियों पवन, विनय और मुकेश के परिवार वालों से उनकी अंतिम मुलाकात करवा दी गई है। अक्षय के परिवार से अभी तक कोई मिलने के लिए नहीं आया है। जेल अधिकारियों का कहना है कि बृहस्पतिवार तक अगर अक्षय के परिवार वाले आते हैं तो उनकी मुलाकात हो सकती है।