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श्री महेंदीपुर बालाजी मंडल के तत्वावधान में आयोजित श्रीराम कथा में लक्ष्मण परशुराम संवाद दर्शाया

सिरसा।(सतीश बंसल ) पुरानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित ग्रीन बेल्ट में श्री राम कथा मंडल, सिरसा द्वारा श्री महेंदीपुर बालाजी मंडल के तत्वावधान में आयोजित श्रीराम कथा में कथाव्यास अनिता शास्त्री ने लक्ष्मण परशुराम संवाद दर्शाया, जिसको देखकर दर्शकों ने जमकर आनंद लिया और भगवान के जयकारे लगाए। कथाव्यास अनिता शास्त्री ने बताया कि मंचन के दौरान राजा जनक के सीता स्वयंवर के लिए रखा गया। शिव धनुष को दूर-दूर से आए राजा उसे जब तिल भर भी न उठा सके तो राजा जनक जी सीता जी के विवाह की चिता में विलाप करने लगे। उसी दौरान गुरु की आज्ञा पाकर पहुंचे भगवान श्रीरामचंद्र  जी ने उस धनुष को हाथ में पकड़ते ही दो टुकड़े कर दिए और माता सीता जी ने भगवान के गले में वरमाला पहनाई।

पंडाल भगवान के जयकारों से गूंज उठा। उधर, उसी दौरान विचरण कर रहे खबर सुन महर्षि मुनि भगवान परशुराम जी आते ही टूटा शिव धनुष देख क्रोधित हो गए। बोले शिव जी का धनुष किसने तोड़ा है धनुष तोड़ने वाला मेरा सबसे बड़ा शत्रु है विनम्रता भरे शब्दों मे तभी भगवान प्रभु श्रीरामचंद्र जी ने मुनि परशुराम जी से कहा चौपाई. नाथ शंभूधनि भंज निहारा होइई कहु एक दास तुम्हारा। हे नाथ शिव धनुष तोड़ने वाला कोई और नहीं आपका ही दास होगा, लेकिन मुनि परशुराम जी का क्रोध शांत होने के बजाए और बढ़ गया। तभी लक्ष्मण जी ने मुनि परशुराम के क्रोध को समझाने के बाद और बढ़ते देख कह उन्होंने कह दिया कि मुनि महर्षि होकर के भी क्रोध करते हो परशुराम जी ने फरसा उठाकर लक्ष्मण को मारने का प्रयास किया तभी प्रभु श्रीराम की सच्चाई जानकर क्षमा याचना की और वापस लौट गए। आयोजकों ने बताया कि श्री राम कथा का आयोजन 10 अप्रैल तक चलेगा जिसमें श्रद्धालु सहपरिवार भागीदारी दर्ज करवाते हुए भगवान श्री राम का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।