लखीमपुर-खीरी। वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए मोदी व योगी दोनों सरकारें पूरा प्रयास कर रही है। लालबत्ती खत्म कर दी गई है, सरकारी गाड़ियों को छोड़कर निजी वाहनों पर उत्तर प्रदेश सरकार लिखवाना गैर कानूनी हो गया है। मंत्री, सांसदों व विधायकों सहित जनप्रतिनिधियों को भी रेड कारपेट से दूर होने की हिदायत दी गई है।
लेकिन इसके विपरीत खीरी के नौकरशाह पुलिस महकमे के आलाधिकारी शासन के आदेशों को कोई तवज्जो नहीं देते। एक प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस लाइन सभागार पहुंचे खीरी के एसपी के लिए उनके मातहतों ने रेड कारपरेट की व्यवस्था की थी। जिस पर चलकर खीरी के कप्तान पत्रकारों से रूबरू होने पहुंचे।
वीआईपी कल्चर को खत्म करने का पूरा प्रयास
आपको बता दें कि वीआईपी कल्चर को पूरी तरह से खत्म करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और ऐसे नियम व कानून बनाए जा रहे है, जिससे वीआईपी कल्चर पूरी तरह से खत्म हो जाए। आम जनता इन नियमों की तारीफ कर रही है। तमाम मंत्रियों, सांसदों और जनप्रतिनिधियों ने इस कल्चर को खत्म करने के उद्देश्य से शासन की मंशा के अनुरूप अपने समारोह में सुधारों के निर्देश अपने कार्यकर्ताओं के दे दिए है।
एसपी ने उड़ाई आदेशों की धज्जियां
इसके विपरीत खीरी के एसपी डा. एस चन्नपा शासन के आदेशों के विपरीत खुद ही नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है। शुक्रवार की दापेहर प्रेसवार्ता करने पुलिस सभागार पहुंचे खीरी के एसपी डा. एस चन्नपा के स्वागत के लिए उनके दर्जनों मातहत तो खड़े ही थे, कप्तान साहब को खुश करने के लिए मातहतों द्वारा सभागार के अंदर जाने के लिए रेड कापरेट बिछाई गई थी। जिस पर चलकर एसपी साहब अंदर गए और उन्हें इस बात का ध्यान भी नहीं रहा कि शासन इस तरह के वीआईपी कल्चर को खत्म करने की बात कह रहा है। यह कोई पहला वाक्या नहीं है, जब पुलिस लाइन सभागार में होने वाली हर प्रेसवार्ता होने से पहले साहब के लिए रेड कापरेट जमीन पर बिछाई जाती है।