लखीमपुर-खीरी । दिल्ली के एक विद्यालय में बस कंडक्टर द्वारा बच्चे को चाकू मारकर हत्या करने के दूसरे दिन लखीमपुर में भी एक ऐसा मामला सामने आया है। जिससे बच्चों की सुरक्षा और विद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए।
एक निजी विद्यालय में बच्चे द्वारा सुसाइड करने का मामला सामने आया है। हालांकि इस मामले में जहां विद्यालय प्रशासन किसी तरह की जानकारी देने से इंकार कर रहा है, तो वहीं पुलिस पूरे मामले में गोल-मोल बाते कर रही हैं।
ये भी पढ़ें.. पीले नाख़ून छीन सकते है आपके हाथो की खूबसूरती
सुसाइड करने का मामला आया सामने
बच्चों की शिक्षा और उनकी विद्यालय में उनकी सुरक्षा को लेकर दर्जनों भर राजनैतिक संगठनों ने व समाज सेवी संगठनों ने आवाज बुलंद की है। हर बार सरकार और प्रशासन ने उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया। ऐसे में दिल्ली के एक निजी विद्यालय में कंडक्टर द्वारा दुष्कर्म के प्रयास में सफल न होने के बाद चाकू मारकर हत्या कर देने का मामला प्रकाश में आया। यह मामला शांत भी नहीं हुआ कि लखीमपुर में एक निजी विद्यालय में बच्चें द्वारा सुसाइड करने का मामला सामने आया। यह दोनों घटनाएं अलग-अलग तो हो सकती है लेकिन इन दोनों घटनाओं में जो बात सामान्य है, वह यह कि दोनों ही मामले विद्यालय प्रशासन द्वारा बच्चों की सुरक्षा की चूक से जुड़ा है।
विद्यालय के प्रबंधक है मुक
शहर के निजी प्रतिष्ठित विद्यालय से मामला जुड़ा होने के कारण विद्यालय प्रबंधक हर तरह की बयान बाजी से बच रहा है और किसी तरह की जानकारी मीडिया से साझा नहीं कर रहा है। वहीं पूरे मामले में कोतवाली पुलिस भी किसी खास तरह के एक्शन में नजर नहीं आ रही है। यही कारण है कि बच्चें की सुरक्षा चूक से जुड़ा यह मामला करीब-करीब दब गया हैं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस और प्रशासन कितने गंभीर मामले में किस तरह की कार्यवाही करता है, या यह मामला भी बच्चों की सुरक्षा की चूक के अन्य मामलों की तरह ही ठंडे बस्ते में चला जाएगा। इस मामले में जब शहर कोतवाल दीपक शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले में अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। हालांकि प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि बच्चें के मां-बाप द्वारा उसे समय न दिए जाने से बच्चें की मानसिक स्थिति कुछ गड़बड़ा गई थीं। मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए पुलिस सभी पहलुओं की जांच करेगी।