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कोटा में 101 बच्चों की मौत : मुख्यमंत्री योगी ने कहा-सोनिया और प्रियंका महिला होकर भी नहीं समझ रहीं महिलाओं का दुख

 

लखनऊ। राजस्थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब तक यहां 101 बच्चों की मौत हो गई है। उधर इसे लेकर अब सियासत गरमा गई है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है।

 

मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से इस संबंध में गुरुवार को तीन ट्वीट किए गए। इनमें लिखा है कि, ‘कोटा में करीब 100 मासूमों की मौत बेहद दुःखद और हृदय विदारक है। माताओं की गोद उजड़ना सभ्य समाज, मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर धब्बा है। अत्यंत क्षोभ है कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका वाड्रा महिला होकर भी माताओं का दुःख नहीं समझ पा रहीं।’

उनके अगले ट्वीट में लिखा है, ‘राजस्थान में कांग्रेस सरकार, वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उदासीनता, असंवेदनशीलता और गैर-जिम्मेदाराना रवैया और इस मामले में चुप्पी साधे रहना मन दुखी कर देने वाला है।’

तीसरे और अंतिम ट्वीट में लिखा है, ‘श्रीमती वाड्रा अगर यूपी में राजनीतिक नौटंकी करने की बजाय उन गरीब पीड़ित माताओं से जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही की वजह से सूनी हो गई है तो उन परिवारों को कुछ सांत्वना मिलती. इनको किसी की न चिंता है, न कोई संवेदना, जनसेवा नहीं सिर्फ राजनीति करनी है।’

प्रियंका और गहलोत पर भड़कीं मायावती

बीएसपी की प्रमुख मायावती ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से मांओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद और दर्दनाक है। वहां के सीएम अशोक गहलोत खुद और उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निंदनीय है।’

माया ने लिखा, ‘उससे भी ज्यादा अति दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव (प्रियंका गांधी) की इस मामले में चुप्पी साधे रखना। अच्छा होता कि वह यूपी की तरह उन गरीब पीड़ित मांओं से भी जाकर मिलती, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही के कारण उजड़ गई हैं। यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की ‘मांओं’ से नहीं मिलती हैं तो यहां अभी तक किसी भी मामले में यूपी पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल इनका यह राजनैतिक स्वार्थ और कोरी नाटकबाजी ही मानी जाएगी, जिससे यूपी की जनता को सर्तक रहना है।’

राजस्थान सरकार ने दिए जांच के आदेश

उधर, बच्चों की मौत से जागी राजस्थान सरकार ने मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में सभी मेडिकल उपकरणों के फंक्शनल स्टेटस की जांच का आदेश दिया। डॉ. दुलारा ने बताया, ‘2018 में इस अस्पताल में 1005 बच्चों की मौत हुई थी जबकि 2019 में 963 बच्चों की मौत हो गई।’ कोटा जिला कलेक्टर ओम कसेरा और अस्पताल सुपरिंटेंडेंट से मिले डेटा के अनुसार, 2014 से जेके लोन अस्पताल में शिशु मृत्यु दर हर साल कम हुई है।