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महाराष्ट्र के पूर्व एटीएस प्रमुख ने की खुदकुशी, IPL फिक्सिंग की जांच में थे शामिल

मुंबई से एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने सभी को चौंका दिया है. दरअसल, महाराष्ट्र के एंटी टेररिस्ट स्कवॉड (एटीएस) के चीफ रहे आईपीएस हिमांशु रॉय ने कथित तौर पर अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली.एक सख्त अफसर के तौर पर पहचान रखने वाले रॉय के इस तरह से आत्महत्या करने के मामले ने सबको चौंका दिया है. फिलहाल उनके शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है.

हिमांशु राय ने की आत्महत्या

उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि बीमारी के चलते वह लगातार डिप्रेशन में चल रहे थे. वह अपनी फिटनेस पर खासा ध्यान देते थे. मिली जानकारी के अनुसार, उन्‍होंने अपने सरकारी आवास खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली. उन्‍हें बॉम्‍बे हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने पर रॉय को मृत घोषित कर दिया गया. हिमांशु राय काफी अनुभवी और लोकप्रिय अफसर थे, उन्हें सुपरकॉप कहा जाता था. हिमांशु ने कई अहम पदों पर काम करते हुए बड़े क्रिमिनल केसों को सुलझाया था.

रॉय ब्लड कैंसर से पीड़ित थे

बेहद सख्त अफसर के तौर पर पहचान रखने वाले हिमांशु रॉय लंबे समय से ब्लड कैंसर से पीड़ित थे. बता दें कि हिमांशु 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. हिमांशु मुंबई के ही रहने वाले थे, उन्होंने यहां सेंट जेवियर्स कॉलेज में पढ़ाई की थी. आईपीएल की सट्टेबाजी और दाउद की संपत्ति को जब्त करने के अभियान में उनकी प्रमुख भूमिका थी.

जेडे हत्याकांड में अहम भूमिका निभाई

2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में हिमांशु ने ही बिंदु दारा सिंह को गिरफ्तार किया था. इसके अलावा अंडरवर्ल्ड की कवरेज करने वाले चर्चित पत्रकार जेडे की हत्या की गुत्थी को भी उन्होंने सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी. 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु रॉय बीमारी के चलते 2016 से ऑफिस नहीं जा रहे थे. हिमांशु ने आत्महत्या क्यों की इन कारणों का अभी पता नहीं चल सका है. इस मामले में अब तक परिजनों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है.