Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

उत्तर प्रदेश में बीते दिनों समाजवादी पार्टी ने कीर्ति कोल को अपना एमएलसी चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया

उत्तर प्रदेश में बीते दिनों समाजवादी पार्टी ने कीर्ति कोल को अपना एमएलसी चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था। लेकिन नामांकन पत्र में उनकी उम्र 28 साल भरे होने के कारण नामांकन रद्द कर दिया गया। जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा है। इसके बाद अब सपा प्रमुख बुधवार को एक्शन में नजर आए। अखिलेश यादव ने बुधवार को पार्टी के रणनीतिकारों से कई सवाल किए हैं। उन्होंने इसमें फैसले में हुई चूक और उसकी वजह पर भी बात की है। इस दौरान सपा प्रमुख ये तय करना चाहते थे कि कोई भी गलती अगर होगी तो उसकी जिम्मेदारी तय होगी। यही वजह रही कि जो पार्टी के तमाम प्रस्तावक थे, उनको बैठक में बुलाया गया था।

इस बैठक में पार्टी के तमाम आला नेता पहुंचे थे। इस दौरान सबके साथ एक लंबा मंथन हुआ। इस दौरान सबने तय किया कि अगली बार से किसी भी तरह की कमी होमवर्क में नहीं होनी चाहिए। सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव ने नामांकन रद्द होने पर नाराजगी जताई है। बताया जा रहा है कि सपा प्रमुख ने विधायकों से सीधा सवाल किया कि क्या इसपर आप लोगों ने बात की थी। इस दौरान ये भी सवाल उठा कि क्या किसी ने नामांकन पत्र भी नहीं देखा था। नामांकन रद्द होने पर अखिलेश यादव टेक्निकल टीम से भी नाराज बताए जा रहे हैं। सपा ने कीर्ति कोल को आदिवासी प्लान के तहत एमएलसी चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। लेकिन इस उनकी उम्र कम लिखी होने के कारण पर्चा रद्द हो गया। जिसके बाद इस गड़बड़ी को लेकर सपा में भी काफी सवाल उठने लगे थे। इसके अगले ही दिन अखिलेश यादव ने नामांकन के दौरान मौजूद विधायकों को दफ्तर बुलाया था। बता दें कि एमएलसी चुनाव लड़ने के लिए 30 साल की उम्र होना अनिवार्य है।