Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

इम्पैक्ट मीट में टीम मणिपदमा ने लॉन्च किए अपने कई कार्यक्रम

मुंबई|

मणिपदमा दुनिया का सबसे बड़ा मानव विकास अभियान है जिसका मकसद दुनिया को दुख-दर्द मिटाना और लोगों को आंतरिक सुक़ून पहुंचाना है. मणिपदमा का मानना है कि इंसानों को होनेवाली स्वामित्व की चाह ही उसके तमाम दुखों की मूल वजह है. मणिपदमा नामक संगठन इसकी पहचान कर इससे निजात दिलाने का प्रयत्न करता है. उसका मानना है कि मानवता के विकास के मद्देनज़र महिलाओं का विकास और उनका सशक्तिकरण बेहद ज़रूरी है. संगठन इसके लिए भी बड़े पैमाने पर प्रयत्नशील हैं.

मणिपदमा का मानना है कि आंतरिक चेतना अगले 2500 सालों के लिए सामूहिक चेतना का अभिन्न हिस्सा रहेगी. संगठन उच्च स्तर के आत्मज्ञान को सर्वाच्च किस्म‌ की अहमियत देने और उसे सम्मानित करने में यकीन करता है.

मणिपदमा इस वक्त कई तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है, जिनमें क्लब काउंसिल, मानव सेवाएं व एक्सेलेंस प्रोजेक्ट्स, पायलट स्टेज, पायलट प्रोग्राम, पायलट इनिशिएटिव, प्री-पायलट प्रोजेक्ट, कैंपेन आदि का शुमार है.

मणिपदमा के संस्थापक और सीईओ व सीएमडी मनीष पालीवाल छोटी सी उम्र से ही मानव संसाधनों के विकास से मुद्दों में ख़ासी रूचि रखते आए हैं. डेरिल डिसूज़ा संगठन के सह-संस्थापक, प्राइम टेक्निकल डायरेक्टर और इसके सर्वोच्च सदस्य हैं जबकि मनदीप दालोर इसके प्राइम डायरेक्टर – कम्युनिकेशन्स और सर्वोच्च सदस्य हैं.

इस कार्यक्रम में ख़ास मेहमान के तौर पर पहुंचीं दीपशिखा नागपाल ने कहा, “मैं महिला सशक्तिकरण की पक्षधर हूं. ऐसे में मणिपदमा ने डिप्रेशन का शिकार महिलाओं के लिए जो पहल की है, मैं उसकी सराहना करती हूं. एक समय था जब मैं भी डिप्रेशन का शिकार थी और कहीं खो सी गई थी. ऐसे में मेरे परिवार ने काफ़ी सहयोग किया और उनकी मदद से न सिर्फ़ मैं इससे उभर गई, बल्कि मैंने दोबारा काम करना शुरू कर दिया. मैं इस अनोखी पहल को अपनी तरफ़ से तहे-दिल से शुभकामनाएं देती हूं.”