Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

बरेली में अवैध पान मसाला, बीड़ी-तंबाकू फैक्ट्री का भंडाफोड़, 40 लाख का माल बरामद,

[ad_1]

बरेली. यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Elections 2022) में को लेकर बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने तैयारी शुरू कर दी है. अयोध्या से शुरू हुआ बसपा का ब्राह्मण सम्मेलन (प्रबुद्ध सम्मेलन) आज बरेली (Bareilly) में हुआ. इस दौरान बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) ने योगी सरकार पर ब्राह्मणों को चुन-चुन कर मारने का आरोप लगाया. हालांकि राम मंदिर बनवाने के सवाल पर कुछ भी नहीं बोले.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सतीश चन्द्र मिश्रा से जब मीडिया के लोगों ने पूछा कि आपकी सरकार बनती है तो क्या अयोध्या में राम मंदिर बनवाएंगे? इस सवाल पर संतीश चन्द्र मिश्रा ने चुप्पी साध ली और प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर चलते बने. सतीश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि वो किसी से चुनाव में गठबंधन नही करेंगे. तीसरे मोर्चे पर कहा कि तीसरा-चौथा मोर्चा बनता रहेगा.

शंखनाद, मंत्रोच्चार और परशुराम के जयकारों का ये नजारा बसपा के मंच से शायद आपने पहले कभी नहीं देखा होगा. ये पहली बार है कि बसपा अब हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव आज बरेली के पीलीभीत रोड स्थित फहाम लॉन में पहुचे, जहां पर उन्होंने प्रबुद्ध विचार संगोष्ठी की. इस दौरान सतीश चंद्र मिश्रा ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेष में आपको हर जगह निराशा ही निराशा नजर आ रही है.

मंच से बोलते संतीश चन्द्र मिश्रा कि हमने अयोध्या में जाकर देखा तो असलियत सामने आ गई. पता चला कोई भी विकास अयोध्या में नहीं हुआ. भाजपा ने कहां सोने की भगवान राम की नगरी बनाई? 250 करोड़ लग गए पर पता नहीं कहां लग गए? हम जब अयोध्या गए तो सवाल खड़े कर दिए कि ये क्यों गए. क्या इन्होंने ही श्रीराम का ठेका ले रखा है?

1993 से लेकर भगवान राम को लेकर कितने लाख करोड़ रुपये चंदा इकट्ठा किया. और अगर इकट्ठे कर लिए थे तो फिर अब हर घर में झोला लेकर चंदा लेने के लिए क्यों भेज दिया? 10 हजार करोड़ रुपये फिर कमा लिया. वहां नींव भी नहीं भरी गई. कल एक साल हो जाएगा. इन्होंने ऐसी जगह पूजन किया जो वर्जित है. ये खुद चाहते हैं कि विघ्न पड़े. ये कोई कानून नहीं लाए. रामलला को वो वोट की वस्तु बनाकर रखना चाहते हैं. इनकी ठेकेदारी खत्म करने का समय आ गया है.

उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े 4 सालों में दलितों और ब्राह्मणों पर चुन-चुन कर हमले हो रहे हैं. ब्राह्मणों को तो इतना दहशत में ला दिया है कि न जाने कब उसे गोली मार दी जाए. सरकार बनते ही 5 ब्राह्मणों को रायबरेली में जलाने का काम किया. उनकी झोपड़ी जला दी गई. उनके मंत्री कहते है कि ऐसे अपराधियों के साथ ऐसा ही होगा.

लखनऊ में एप्पल कंपनी में काम करने वाले को उसका नाम पूछते ही जैसे पता चला वो तिवारी है, उसको मार डाला. कानपुर के बिकरु कांड में 100 ब्राह्मणों का नाम लिया गया. अधिकारियो से कहा गया कि ये अच्छा मौका मिला है, इनको अज्ञात में डाल दो. फिर जिसे चाहो उठा लो. फिर सब जगह से मजबूत ब्राह्मणों की लिस्ट बनाकर मुंबई और कोलकाता से उठवाकर उनको मार दिया गया.

ब्राह्मण महिलाओं को भी नहीं छोड़ा, जो घर में काम कर रही थी, उसके साथ उसके 3 साल और 6 साल के बच्चे को भी जेल में भी डाल दिया. 29 तारीख को शादी होती है खुशी दुबे की और फिर उसे भी जेल में डाल देते हैं. सात दिन तक खुशी दुबे को कहां रखा ये तक नहीं बताया.

वहीं कृषि बिल पर निशाना साधते हुए सतीश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि ये कानून किसानों के हक में नहीं है. उद्योगपतियों ने पूरे देश को खरीद लिया. ओएनजीसी, बैंक, हवाई अड्डे, बिजली, एलआईसी सब बेच दिया. जिस चीज के लिए अंग्रेजों को भगाया था, आज वही हालात हो गए. अब किसान बेघर हो जाएगा. जब सबका निजीकरण कर दोगे तो सरकारी नौकरियां खत्म हो जाएंगी. तो नौजवान कहां जायेगा? नौजवान के पास नौकरी नहीं है. आपने 2 करोड़ नौकरी देने की जगह हर साल 2 करोड़ नौकरी लेने का काम किया. आपने लोगों को बेघर कर दिया.

[ad_2]
Source link