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आईएएस बी चंद्रकला का समाजवादी सरकार में इस मामले में उछला था नाम

लखनऊ। राजधानी में बड़े नौकरशाही अफसरों में तब हड़कंप मच गया जब सीबीआई ने बहुचर्चित आईएएस अफसर बी चंद्रकला के घर छापेमारी की। अवैध खनन के मामले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) की टीमों ने लखनऊ, कानपुर, हमीरपुर, जालौन समेत कुल 12 जगहों पर छापेमारी की।

सीबीआई टीम ने लखनऊ स्थित हुसैनगंज में आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के आवास पर भी छापा मारा। सीबीआई टीम ने आईएएस बी. चंद्रकला के सफायर अपार्टमेंट में छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं। गौरतलब है कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पूर्व की समाजवादी सरकार में बी. चंद्रकला की पोस्टिंग हमीरपुर में भी हुई थी। उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग खनन के पट्टे कर दिए थे। हालांकि, उस दौरान ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों को स्वीकृत करने का प्रावधान था। इसके बावजूद नियमों की अनदेखी करते हुए ऐसा किया गया था। बता दें कि सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा ऐक्टिव रहने वाले आईएएस अफसरों में बी. चंद्रकला की भी गिनती होती है। 2008 बैच की उत्तर प्रदेश काडर की आईएएस बी. चंद्रकलातेलंगाना की मूल निवासी हैं।