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वाराणसी में हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन नौ नवम्बर से, अयोध्या मुद्दे पर होगी चर्चा

 

वाराणसी। हिन्दू संगठनों की ओर से चार दिवसीय ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ 09 नवम्बर से ‘स्मृति भवन’ पंचक्रोशी मार्ग सारनाथ में आयोजित किया जाएगा। अधिवेशन में भारत के 12 राज्यों सहित नेपाल से 152 हिन्दू संगठनों के 350 प्रतिनिधि भाग लेंगे।

इसकी जानकारी बुधवार को गोलघर स्थित पराड़कर भवन में हिन्दू जनजागृति समिति के धर्म प्रचारक नीलेश सिंगबाल, काशी विद्वत परिषद के मंत्री डॉ. रामनारायण द्विवेदी, इंडिया विथ विज्डम के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी, सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने संयुक्त रूप से दी। पदाधिकारियों ने बताया कि देश में रामराज्य की नींव रखने के लिए संवैधानिक स्तर पर ‘सेक्युलर’ शब्द हटाकर भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करना होगा।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनना निश्‍चित है। अब राम मंदिर का जनआंदोलन रामराज्य के निर्माण की दिशा में लेकर जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि विश्‍व के इतिहास में सभी राज्य व्यवस्थाओं में ‘रामराज्य’ को आदर्श माना गया है। सुराज्य, स्वधर्म का पालन व विश्‍वकल्याण का विचार, ये रामराज्य के लक्षण थे। कोई एक व्यक्ति राजनेता बनकर रामराज्य का निर्माण नहीं कर सकता।

नीलेश सिंगबाल ने कहा कि वर्तमान ‘सेक्युलर’ व्यवस्था में धर्म को त्यागने के कारण स्वधर्म के आचरण का विस्मरण हुआ है। इसलिए वर्तमान लोकतंत्र अब ‘लूटतंत्र’ बन चुका है। डॉक्टर अपना धर्म भूलकर रोगियों को लूटता है, दुकानदार ग्राहकों को मिलावटी अन्न बेचता है, पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी रिश्‍वत लेते हैं। यह अधर्म केवल ‘सेक्युलर’ शब्द को बढ़ावा देने से उत्पन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता डॉ.भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में ‘सेक्युलर’ अर्थात ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द का प्रयोग नहीं किया था।

उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अब स्व. इंदिरा गांधी ने वर्ष 1976 में आपातकाल में विपक्ष को कारावास में रखकर, डॉ. आंबेडकर के मूल संविधान में असंवैधानिक पद्धति से परिवर्तन कर, ‘सेक्युलर’ शब्द जोड़ा। तब से भारत में ‘सेक्युलर’ वाद का उपयोग केवल अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के लिए जा रहा है। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में इस पर भी चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में 12 नवम्बर को हिन्दू राष्ट्र परिसंवाद कार्यक्रम आयोजित होगा।