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गाजियाबाद की हवा हुई जहरीली, वायु प्रदूषण का लेवल पहुंचा 493

 

 

गाजियाबाद। जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपाय ना काफ़ी साबित हो रहे हैं और प्रदूषण कम होने के बजाए लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स लेबल 493 पहुंच गया। गुरुवार को इसका औसत लेबल 482 था । एनसीआर की बात की जाए तो सुबह का एयर क्वालिटी इंडेक्स लेबल गाजियाबाद में ही सबसे ज्यादा रहा।

शुक्रवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स दिल्ली में 459, फ़रीदाबाद में 432, गुरुग्राम 396, ग्रेटर नोएडा में 430और नोएडा में 477 रहा । इतना ही नहीं गाजियाबाद के चार प्रदूषण जांच केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर ज्यादा दर्ज हुआ। एयर क्वालिटी इंडेक्स वसुंधरा में 492, , इंदिरापुरम में 487, संजय नगर में 498 और लोनी में 496 रहा। गुरुवार को यह वसुंधरा में 471, इंदिरापुरम में 472, संजय नगर में 496 तथा लोनी में 488 था। गुरुवार को लगातार तीसरे दिन गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा ।
इस वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। आंखों में जलन और गले में दर्द की परेशानी से जूझना पड़ रहा है। हालांकि जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। लोनी में गुरुवार को उन्होंने एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के साथ ई-वेस्ट जलाने वालों के यहां पर खुद छापा मार कारवाई की। गोदामों को ध्वस्त कर सैकड़ों क्विंटल ई-वेस्ट बरामद किया।

उन्होंने ई-वेस्ट कबाड़ियों को जमीन किराये पर देने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए । स्कूलों के आसपास फायर टेंडर्स से पानी का छिड़काव किया जा रहा है। जिले में कोयले से चलने वाली करीब डेढ़ सौ औद्योगिक इकाइयों को 26 अक्टूबर से बंद कराया जा चुका है। जीडीए ने भी निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है। स्वास्थ्य विभाग एडवाइजरी जारी कर चुका है । प्रदूषण फैलाने पर अनेक लोगों और संस्थानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। फिर भी प्रदूषण गाजियाबाद जिले के गले में फांस बना हुआ है।