अक्सर हम किसी लक्ष्य को पाने के लिये जीतोड़ मेहनत करते है लेकिन हमारा भाग्य साथ नहीं देता. ऐसे में हम लोग काफी निराश हो जाते हैं लेकिन मेहनत तो हमारे हाथ में है,पर भाग्य को लेकर कई बार हम नेगेटिविटी में चले जाते हैं. ऐसे में ज्योतिशशास्त्र एवं वास्तुशास्त्र के मुताबिक हम लोग कई तरह के रत्न धारण करते हैं. जिससे हमारा भाग्य बेहतर बनता है. इन दिनों कछुआ अंगूठी का चलन जोरों पर है. मूलरूप से यह एक फेंगशुई वस्तु है.
आइए जानते हैं कछुए की अंगूठी पहनने के फायदे
# कछुए की अंगूठी से वास्तुशास्त्र दूर होता है और घर से नकारात्मक ऊर्जा के स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा आती है.
# भारतीय ज्योतिष में कछुए को लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है. इसलिए इसको पहनने से घर पर धन और सुख-समृद्धि आती है.
# कछुआ शान्ति और धैर्य का प्रतीक माना जाता है इसलिए इसकी अंगूठी पहनने से मनुष्य के अंदर धैर्य और शान्ति आती है.
# कछुए की अंगूठी को केवल चांदी की धातु से ही बनवाना चाहिए तभी शुभ फल की प्राप्ति होती है.
# कछुए की अंगूठी को दाये हाथ में ही पहननी चाहिए. बाएं हाथ में पहनने से इसका लाभ नहीं मिलता.
# कछुए की अंगूठी को हमेशा तर्जनी और बीच की उंगली में पहनना चाहिए.
# कछुए की अंगूठी को पहनते वक्त इस बात का ध्यान देना चाहिए कछुए का सिर बाहर की ओर होना चाहिए.