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बीमा कंपनी अधिकारियों को किसानों ने सौंपा ज्ञापन चेतावनी, जल्द जारी नहीं हुई राशि तो होगा आंदोलन

सिरसा।(सतीश बंसल) भारतीय किसान एकता बीकई के बैनर तले जिला के अलग-अलग गांवों से सैकड़ों किसान
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शहीद भगत सिंह स्टेडियम में एकत्रित हुए। जिनकी अध्यक्ष्ता बीकेई प्रधान
लखविंद्र सिंह औलख ने की। बीकेई प्रधान लखविंद्र सिंह औलख ने बताया कि हमारी जत्थेबंदी किसानों के बकाया
बीमा क्लेम, मुआवजा सहित किसानों की अन्य समस्याओं के निदान हेतु लगातार संघर्ष कर रही। किसानों के
साथ और जत्थेबंदी के लगातार प्रयास से सिरसा जिला के लगभग किसानों के खातों में बीमा क्लेम की राशि आ
चुकी है और वंचित किसानों के बीमा क्लेम और मुआवजे के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। किसानों को समर्थन
देने सरदूलगढ़ से पंजाबी लोक गायक मेघा मानक ने भी अपनी संगीत मंडली के साथ किसानों के बीच स्टेडियम में
पहुंचकर अपने गीतों से किसानों का हौंसला बढ़ाया। लखविंद्र सिंह औलख को भनक लगी की कुछ दूरी पर स्थित
रेस्ट हाउस में बिजली एवं जेल मंत्री चौधरी रंजीत सिंह ने जनसमस्याएं सुनने के लिए खुला दरबार लगाया हुआ है
तो वे सभी किसानों को लेकर रेस्ट हाउस के गेट पर पहुंच गए। किसानों को आते देख पुलिस ने गेट बंद करके
किसानों को बाहर ही रोक लिया। जिसके चलते किसान वहीं नारेबाजी करते रहे और खुले दरबार पर सवाल उठाते
रहे की खुले दरबार में किसानों की समस्याएं क्यों नहीं सुनी जाती। कुछ समय बाद चौधरी रणजीत सिंह किसानों
के बीच आकर उनकी समस्याएं सुनने पहुंच गए। समस्त किसानों की ओर से लखविंद्र सिंह ने उनके सामने
किसानों की बिजली संबंधी समस्याएं रखी। उन्होंने कहा कि कई गांवों ढाणियों व उनके कच्चे रास्तों के ऊपर से जो
बिजली की तारें गुजरती हैं, उन्हें सरकारी खर्चे पर वहां से हटाया जाए। बहल ट्रेडर्स भंगू रोड ट्रांसफार्मर एजेंसी के
दोषियों पर कार्रवाई की जाए। नए ट्यूबवेल कनेक्शन बिना मोटर की शर्त के जारी किए जाएं। इसके अलावा
बिजली मंत्री से सवाल किया कि सिरसा जिला के किसानों का खरीफ -2020 का 258 करोड़ रुपए यहां अभी तक
जारी नहीं किया गया, जबकि आदमपुर उपचुनाव जीतने की लालसा से वहां के किसानों का मुआवजा जारी किया
जा चुका है। इस तरह की कई मांगों व समस्याओं को बिजली मंत्री ने तुरंत हल करने की बात कही और कुछ मांगों
को उन्होंने कैबिनेट में शामिल करने का आश्वासन दिया। सिरसा में हुए डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा केस की चर्चा
करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के यह केस भी उन्होंंने ही रद्द करवाए हैं, जिसपर लखविंद्र सिंह ने रणजीत
सिंह का धन्यावाद किया और यह भी कहा कि बेशक ऊपर से ऑर्डर हो चुके हैं, परन्तु अभी तक सिरसा जिला

प्रशासन द्वारा उनकी फाइल सिरसा कोर्ट में पेश नहीं की गई है। कई किसानों के घरों में अभी भी कोर्ट के नोटिस
आ रहे हैं। इसके बाद किसान लघु सचिवालय के गेट पर पहुंच गए, यहां पर बीमा कंपनी के राज्य तरीय अधिकारी
के साथ स्थानीय अधिकारी भी पहुंच गए। चण्डीगढ़ से आए अधिकारी कैसर राथर ने किसानों को विश्वास दिलाया
कि खरीफ  फसल-2021 के वंचित 3974 किसानों का बीमा क्लेम आज से डलना शुरू हो जाएगा। नरमा, गेंहू के के
साथ-साथ लखविंद्र सिंह ने धान की स्पैशल गिरदावरी की भी मांग रखी। बीमा प्रीमियम वापिस करने के सवाल पर
कैसर राथर ने माना कि सीएचसी सैंटर ने जो किसानों का बीमा प्रिमियम वापिस किया है, उसमें किसानों की कोई
गलती नहीं है। डीएपी की कमी के सवाल का जवाब देते हुए जिला कृषि अधिकारी सुखदेव सिंह ने कहा कि इस
समय अगर केवल सरसों के किसान ही खाद लेने आते हैं तो सिरसा में डीएपी की कमी नहीं आने देंगे। उन्होंने
किसानों से अपील की कि गेंहू की बिजाई के अभी से डीएपी खाद लेकर जमा न करें। इस मौके पर ने अंग्रेज कोटली,
भिंदा काहलो, गुरविंद्र बेदी, जगजीत मान, भगवान सिंह, तेजू मेहता, जगजीत सिद्धू, गुरजीत मान, गुरदीप सिंह
मल्लेवाला और इकबाल सिंह वैदवाला, निहाल सिंह, सुभाष बचेर, दीवान शक्करमंदोरी, काका सिंह पंजुआना,
सुरजीत सिंह नकौड़ा, भरत गोदारा सहित सभी गांवों से पहुंचे किसान उपस्थित थे।