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Women’s Day: जानिए राजनीतिक जगत की दिग्गज महिलाओं के बारे में

हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। हर साल की तरह इस साल भी वुमन्स डे की एक खास थीम रखी गई है। जिसका नाम #BalanceforBetterहै। पहली बार 1909 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था। 28 फरवरी, 1909 को पहली बार अमेरिका में महिला दिवस सेलिब्रेट किया गया।ये दिन महिलायो के लिए बेहद खास होता है। वहीं बात राजनीति क्षेत्र में महिलाओं की करे तो राजनीति में समय और समय महिलाओं की प्रतिभा देखने को मिलती रही है। जब भी जरूरत पड़ी है महिलाओं ने घर ही नहीं हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाई है। राजनीति में भी महिलाओं ने अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया है।

इस खास दिन पर राजनीतिक जगत की दिग्गज महिलाओ की बात करेगें

शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च, 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था।वह1998 से 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं। वह कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ सदस्य हैं। दीक्षित ने राजधानी में लगातार तीन चुनावी जीत के लिए राष्ट्रीय पार्टी का नेतृत्व किया। वह 11 मार्च 2014 को केरल की राज्यपाल बनीं, हालांकि, उन्होंने 25 अगस्त 2014 को पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होने राजनीति में क्षेत्र में अपना बेहद अहम योगदान दिया और दे रही है।

ममता बनर्जी का जन्म 5 जनवरी 1955 को कोलकाता में हुआ था।वह केंद्र में दो बार रेल मंत्री रह चुकी हैं। पश्चिम बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री, ममता बनर्जी। जिन्हें ममता दीदी के नाम से जाना जाता है। राज्य में 34 वर्षीय वाम मोर्चा सरकार का विरोध किया। वह देश की पहली महिला रेल मंत्री भी थीं। 1997 में, उन्होंने पश्चिम बंगाल में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए तृणमूल कांग्रेस, एक विरोधी-वामपंथी पार्टी शुरू की।

सुषमा स्वराज का जन्म : 15 फरवरी 1952 में हुआ था। वह एक भारतीय महिला राजनीतिज्ञ और भारत की विदेश मंत्री हैं। वे वर्ष 2009 में भारत की भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं। इस नाते वे भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं। इसके पहले भी वे केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में रह चुकी हैं तथा दिल्ली की मुख्यमन्त्री भी रही हैं। वे सन 2001 के लोकसभा चुनावों के लिये भाजपा के 19 सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रहीं थीं।

सोनिया गांधी का जन्म 9 दिसंबर, 1946 को इटली में हुआ था।अखिल भारतीय कांग्रेस के सभी में, कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी का कार्यकाल इतिहास में सबसे लंबा रहा है। 1984 से 1991 के दौरान जब उनके पति प्रधान मंत्री थे और तत्कालीन लोकसभा में विपक्ष के नेता तब उन्होंने सीमित सार्वजनिक भूमिका निभाई, तथा देश और विदेशों में उनके दौरे पर अधिकतर उनके साथ रही। वह सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष भी हैं।

मायावती का जन्म 15 जनवरी 1956 में हुआ था। मायावती का पूरा नाम मायावती प्रभू दास है। मायावती भारत में सबसे शक्तिशाली दलित नेता हैं।मायावती बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष है और चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं, वह जाटव जाति से हैं।जो अनुसूचित जाति और समुदायों के ऊपरी छोर पर हैं। यूपी के राजनीतिक स्पेक्ट्रम पर उनके शक्तिशाली प्रभाव को देश के सभी राजनीतिक नेताओं और आम जनता ने माना है।

वसुंधरा राजे का जन्म 8 मार्च ,1953 को मुंबई में हुआ था। वे मशहूर ग्वालियर राजघराने की बेटी है। राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भारत की सबसे शक्तिशाली महिला राजनेताओं में से एक हैं। वसुंधरा राजे को उनकी मां विजयराजे सिंधिया ने सक्रिय राजनीति से परिचित कराया, जो एक प्रमुख भाजपा नेता थीं। वसुंधरा 1985 में राजस्थान विधानसभा के लिए चुनी गईं।

अंबिका सोनी का जन्म 19नवंबर 1942 को हुआ था। अंबिका सोनी ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में, संसद सदस्य, सोनी राज्य सभा में पंजाब राज्य का प्रतिनिधित्व करती है। उन्हें 1969 में इंदिरा गांधी द्वारा कांग्रेस पार्टी में पेश किया गया था।