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गेहूं की सरकारी खरीद बंद होने से किसानों में रोष, आढ़ती परेशान

सिरसा, 4 जून। (सतीश बंसल ) हरियाणा सरकार द्वारा गेहूं की सरकारी खरीद बंद करने से जहां किसानों में सरकार के प्रति रोष है, वहीं आढ़तियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आढ़ती एसोसिएशन सिरसा ने किसानों की इस समस्या को देखते हुए सरकार से गेहूं की सरकारी खरीद दोबारा से शुरू करवाने की मांग की है। आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के प्रधान मनोहर मेहता ने आज एक बयान में कहा कि हरियाणा सरकार ने गेहूं की सरकारी खरीद को 31 मई को बंद कर दिया है। सरकार के इस फैसले से किसानों में रोष है क्योंकि जब किसान अपनी गेहूं लेकर मंडी में जाता है तो उसे जवाब मिलता है कि सरकार ने खरीद बंद कर दी है। आढ़ती भी खरीद बंद होने से बहुत परेशान हैं। मेहता ने कहा कि गेहूं के सीजन में किसान बहुत व्यस्त हो जाता है। गेहूं कटाई के साथ ही उसे तूड़ी बनाने व तूड़ी रखने की व्यवस्था करनी होती है ताकि तूड़ी हवा में न उड़ जाए। गेहूं कटाई के बाद जब खेत खाली हो जाते हैं तो उसे नरमा की बिजाई करने के लिए खेत तैयार करने होते हैं। ऐसे में अधिकांश किसान अपनी फसल मंडी में बाद में लेकर आते हैं।

अब भी अनेक ऐसे किसान हैं जिन्होंने अपनी गेहूं सरकार को नहीं बेची है। उनके घर पर गेहूं पड़ी है और वे सरकार को गेहूं बेचना चाहते हैं लेकिन सरकार ने खरीद बंद कर दी है। इस कारण किसान परेशान हैं। किसानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। यदि किसान गेहूं नहीं बेचेंगे तो नरमा की बिजाई करने के लिए उनके पास पैसे कहां से आएंगे? प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि किसानों की इस समस्या को देखते हुए सरकार से मांग है कि गेहूं की खरीद दोबारा से शुरू की जाए ताकि फसल बेचने से वंचित किसान अपनी फसल सरकार को बेच सके। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने इस दिशा में कोई विचार नहीं किया तो आढ़ती एसोसिएशन सिरसा की एक सभा बुलाई जाएगी। सभा में मंडी बंद करने के अलावा विरोध के अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जाएगा।