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बाल मजदूर, भिक्षावृति व स्ट्रीट चाइल्ड के उत्थान को लेकर करें कार्य : अतिरिक्त उपायुक्त -जिला बाल संरक्षण इकाई की जिला टास्क फोर्स तथा स्ट्रीट चाइल्ड स्थिति को लेकर एडीसी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

सिरसा, 17 जून।।(सतीश बंसल ) अतिरिक्त उपायुक्त सुशील कुमार ने कहा कि बहुत से बच्चे किन्हीं कारणों से बाल मजदूरी, भिक्षावृत्ति व स्ट्रीट चाइल्ड होने के चलते सरकार की योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। सरकार की ओर से ऐसे बच्चों के उत्थान को लेकर विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की गई हैं, जिनसे उन्हें जोड़कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त वीरवार को जिला बाल संरक्षण इकाई की जिला टास्क फोर्स तथा स्ट्रीट चाइल्ड स्थिति को लेकर आयोजित बैठक में उपस्थित संबंधित अधिकारियों को संबोधित करते हुए दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने एजेंडे अनुसार जिला में बाल मजदूर, भिक्षावृत्ति व स्ट्रीट चाइल्ड की स्थिति की समीक्षा की और इस दिशा में सुधार को लेकर अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने को कहा।


उन्होंने कहा कि किन्हीं कारणों से जो बच्चे बाल मजदूरी या भिक्षावृत्ति में चले गए हैं, ऐसे बच्चों को चिन्हित करते हुए उनके पुनर्वास के प्रयास करते हुए उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए। इसके लिए ईंट-भट्ठों, जिला ढाबों, प्रतिष्ठानों आदि पर अधिक से अधिक रेड करते हुए बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त करवया जाए। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को एक ही स्थान पर सरकार की योजनाओं के लाभ देेने के उद्देश्य से एक मेगा कैंप का आयोजन किया जाए, जिसमें संबंधित विभागाध्यक्षों को शामिल किया जाए। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह, जिला बाल संरक्षण अधिकारी डा. गुरप्रीत कौर, बाल कल्याण समिति से अनीता वर्मा, रेखा रानी, पूर्णिमा मोंगा, संरक्षण अधिकारी डा. अंजना, एलपीओ मोनिका चौधरी, जसप्रीत सिंह, एएलसी आकाश मित्तल, नान सिंह, अनिल कुमार, प्रदीप आदि उपस्थित थे।
कालांवाली व ओढां में रेड कर तीन किशोरों को बाल मजदूरी से करवाया मुक्त :
जिला टास्क फोर्स कल्याण समिति की ओर से कालांवाली व ओढां में रेड की गई। समिति सदस्य रेखा रानी बताया कि रेड के दौरान तीन किशोर कपड़ों की दुकान पर काम करते पाया गया। पूछताछ में पता चला कि बच्चे पढाई कर रहे हैं और अवकाश के चलते दुकान पर काम कर रहे थे। बच्चों को उनके अभिभावकों को सौंपते हुए उनके आगे काम न करवाने की चेतावनी दी गई।