देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों बारिश कहर बरपा रही है। पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश से जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रही है। जिसके चलते सोमवार को एक बार फिर बदरीनाथ हाइवे को एक बार फिर से बंद कर दिया गया है। उधर, कोटद्वार में बारिश से कई घर ध्वस्त हो गए हैं। वहीं उफान पर बह रही नदियों ने कटान लेना शुरु कर दिया है।
सोमवार को भी रुद्रप्रयाग में बारिश जारी रही। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे बंद पड़ा हुआ है। हालांकि केदारनाथ यात्रा सुचारु है। यहां पर शनिवार रात से प्रारम्भ हुआ बारिश का सिलसिला रुक-रुक कर जारी है। वहीं चमोली जिले में भी पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिले में 25 ग्रामीण संपर्क मार्ग और दो राष्ट्रीय राजमार्ग बंद पड़े हैं। बदरीनाथ हाईवे चमोली बाजार से दो किलोमीटर आगे क्षेत्रपाल में बंद पड़ा है। लोग यहां पर पुलिस के मना करने के बाद भी जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं।
हालात के मद्देनजर मौसम विभाग ने शासन को नदियों के किनारे रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की सलाह दी है । एसडीआरएफ के जवान मौके पर राहत काम में लगे हुए है । जानकारी के मुताबिक हिल साइड पर करीब 200 मीटर तक मलबा और पत्थर अटके हुए हैं। जो रह रहकर सड़क पर छिटक रहे हैं। बदरीनाथ और हेमकुंड की यात्रा पर जाने वाले यात्री अपने रिस्क पर 2 किमी पैदल चलकर खेनुरी गांव से होते हुए भीमतला बाजार पहुंच रहे हैं। फिर वहां से स्थानीय वाहनों से 50 किमी दूरी तय कर लामबगड़ पहुच रहे हैं।
तहसील कोटद्वार के जमरगड्डी ग्राम पंचायत के जमरगड्डी मल्ली में अतिवृष्टि से सात ग्रामीणों के आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को हुई क्षति का जायजा लेने राजस्व उप निरीक्षक संगीता राज मौके पर पहुंच गई है। जमरगड्डी मल्ली में रह रहे कई लोगों के आवासीय भवनों में अतिवृष्टि से मलबा भर गया। वहीं कई आवासीय भवनों में भूधंसाव से दरार पड़ गई है। प्रभावित ग्रामीणों ने उनके पुनर्वास की मांग उठाई है।