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क्या चीन ने ढूंढ लिया कोरोना वायरस का तोड़? संक्रमित लोगों को दी जा रही ये दवाई

 

चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से शुरू हुये जानलेवा कोरोना वायरस की चपेट में आकर दुनिया भर में अब तक 88,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं। साथ ही इससे अब तक विभिन्‍न देशों में तीन हजार लोगों की मौत हो गई है। भारत में भी कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। दिल्ली में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। कोरोना वायरस के संदिग्ध 13 लोगों के संपर्क में आए लोगों की भी जांच शुरू हो गई है।

इस बीच चीन ने कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को एक दवा इस्तेमाल करने की मंजूरी दी है। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वो वायरस का असर कम कर सकती है।

चीन ने कोरोना वायरस के मरीजों के लिए Roche arthritis की टोसिलीज़ुमाब (Tocilizumab) दवा को मंजूरी दी है। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस के कुछ मरीजों को ही अभी इस दवा का इस्तेमाल करने को कहा गया है।

चीन के राष्ट्रीय फार्मा कमीशन ने बताया कि स्विस फार्मा कंपनी टोसिलीजुमाब (Tocilizumab) जिसे एक्टेम्रा(Actemra) के नाम से भी जाना जाता है, उसे कोरोना के मरीजों को दिया जा रहा है।

डॉक्टर्स के मुताबिक, टोसिलीजुमाब (Tocilizumab) कोरोना वायरस के उन मरीजों को दिया जा सकता है। जिनके फेफड़ों में गंभीर बीमारी और इंटरल्युकिन 6 नामक प्रोटीन का उच्च स्तर देखा जाता है।

आपको बता दें कि इंटरलेयुकिन 6 नामक प्रोटीन का उच्च स्तर मिलने पर अंगों में सूजन या रोग प्रतिरोधक क्षमता से जुड़ी समस्याएं हो जाती हैं।

दवा कंपनी का कहना है कि एक्टेम्रा (Actemra) इंटरल्युकिन 6 से संबंधित सूजन को रोकने में मदद कर सकता है। हालांकि, इस पर मेडिकल एक्सपेरिमेंट किए जा रहे हैं और देखा जा रहा है कि क्या ये दवा कोरोना वायरस रोगियों पर प्रभावी होगी।

चीन के क्लिनिकल ट्रायल रजिस्ट्रेशन डेटाबेस के अनुसार, चीन के शोधकर्ताओं ने Actemra को 3 महीने के ट्रायल के लिए रजिस्टर किया है। इसके अंतर्गत वह 188 कोरोनो वायरस रोगियों की भर्ती करेगा और यह ट्रायल 10 फरवरी से 10 मई तक चलेगा।