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लखनऊ में पहले मेदांता अस्पताल की शुरुआत, मुख्यमंत्री योगी ने किया उद्घाटन

 

 

लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम को राजधानी लखनऊ में मेदांता अस्पताल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मेदांता लखनऊ का संचालन स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए सहायक होगा।

राजधानी के अमर शहीद पथ स्थित मेदांता लखनऊ के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लखनऊ में पहले से ही एसजीपीजीआई, डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, केजीएमयू जैसे चिकित्सीय संस्थान मौजूद हैं। मेदांता लखनऊ के संचालन से चिकित्सा क्षेत्र में जनसंख्या के बढ़ते दबाव को कम किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह संस्थान लखनऊ और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक उपलब्धि है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार और नेपाल के तराई वाले क्षेत्रों के निवासियों के लिए भी लाभकारी होगा। पूर्व में स्तरीय और उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाओं के लिए लोगों को दिल्ली व अन्य स्थानों का रुख करना पड़ता था। उन्होंने किंग जाॅर्ज मेडिकल काॅलेज के छात्र रहे मेदांता के संस्थापक पद्भ भूषण डाॅ. नरेश त्रेहन को ‘मेदांता लखनऊ’ के लिए बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लखनऊ में इस संस्थान की स्थापना से उन्होंने गुरू ऋण से उऋण होने का पुनीत कार्य किया है। यह उनके लखनऊ के प्रति विशेष अनुराग का भी द्योतक है।

योगी ने कहा कि एक हजार 500 करोड़ रुपए के निवेश से इस संस्थान में लगभग 6000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। ऐसे संस्थानों की प्रदेश और देश में जरूरत है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में सुपर स्पेशियलिटी उपचार की सुविधा उपलब्ध कराना एक चुनौती है, जिसे मेदांता ने स्वीकार किया है। मेदांता ने चिकित्सा जगत में विशेष उपलब्धियां हासिल करते हुए नए मानक तय किए हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में वर्तमान में व्यापक परिवर्तन दिखायी दे रहा है। वर्ष 2016 तक प्रदेश में मात्र 12 मेडिकल काॅलेज थे। लेकिन वर्तमान में 15 नए मेडिकल काॅलेज का निर्माण हो रहा है, जिसमें से सात में एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं को प्रवेश भी मिल चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 06 करोड़ निर्धन लोगों को लाभान्वित करते हुए प्रतिवर्ष 05 लाख रुपए तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। इस योजना में छूटे हुए 56 लाख लोगों को राज्य सरकार द्वारा लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होेंने विश्वास व्यक्त किया कि व्यवसायीकरण के इस युग में मेदांता लखनऊ स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और चिकित्सा व्यवस्था के प्रति विश्वास बनाए रखने में सफल सिद्ध होगा। साथ ही, नागरिकों को उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा मिलेगी।

मेदांता के संस्थापक डाॅ. नरेश त्रेहन ने इस मौके पर मुख्यमंत्री एवं सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मेदांता लखनऊ की स्थापना से उनका 50 वर्षों का सपना साकार हो रहा है। इस सफर में उनके साथ जो भी चिकित्सक जुड़े रहे हैं, वे अपनी सेवाएं मेदांता लखनऊ में प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि मेदांता लखनऊ की स्थापना उनके लिए अपने घर में वापसी जैसा है। इस अस्पताल में विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं।

पूर्व में, मुख्यमंत्री ने मेदांता लखनऊ का फीता काटकर व शिला-पट्टिका का अनावरण कर उद्घाटन किया। उन्होंने ‘ट्री आफ लाइफ’ में पवित्र धागा भी बांधा। उन्होंने अस्पताल का विस्तृत निरीक्षण किया और चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की।