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मुख्यमंत्री योगी ने दिए बलरामपुर घटना की जांच के आदेश

 

 

-मुख्यमंत्री ने मंगलवार तक दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के दिये निर्देश

-पूरे प्रदेश में बिजली के हाईटेंशन तारों की सुरक्षा के लिए चलाया जाएगा अभियान

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बलरामपुर के जिलाधिकारी को बिजली के हाईटेंशन तार गिर जाने से घायल स्कूल बच्चों को हर सम्भव सहायता एवं उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने मध्यान्चल विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक को सोमवार को हुई दुर्घटना के कारणों की मंगलवार तक जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव ऊर्जा तथा उ.प्र. पावर काॅर्पोरेशन के प्रबन्ध निदेशक को निर्देशित किया है कि पूरे प्रदेश में बिजली के हाईटेंशन तारों की सुरक्षा के लिए अभियान चलाया जाए और आवश्यकतानुसार इन्हें तत्काल दुरुस्त किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस कार्य में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि बलरामपुर में उतरौला के नयानगर विशुनपुर परिषदीय विद्यालय की इमारत में सोमवार दोपहर करंट उतरने से 43 छात्र झुलस गये। स्कूल में पढ़ते समय सभी लोगों को अचानक बिजली के झटके लगने लगे। बिजली के झटकों से स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। करंट के संपर्क में आने से 43 बच्चे झुलस गये।

बताया जा रहा है कि स्कूल से तुरन्त पावर हाउस को फोन किया गया लेकिन रिसीव नहीं हुआ। करीब आधे घंटे बाद बिजली काटी गई। वहीं चीख-पुकार सुनकर पहुंचे लोगों ने बच्चों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना मिलते ही स्कूल पहुंचे बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिहर प्रसाद ने बताया कि स्कूल की छत से गुजर रहे हाइटेंशन लाइन के तार के टूटकर बिल्डिंग व पेड़ पर गिरने से घटना हुई।

चिकित्सकों के मुताबिक 11 बच्चे मानसी, सरिता, गोपाल, कीमती सिंह नीतू, ताहिर, रिवान, रिया, ताहिरा, गुलाम मुहम्मद और विक्रम गंभीर रूप से जख्मी हैं। उनके साथ सभी का इलाज चल रहा है। हालांकि सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है। सूचना पाकर क्षेत्रीय विधायक रामप्रताप वर्मा, सदर विधायक पल्टूराम, सहित अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे और बच्चों का हालचाल लिया।

विद्युत महकमे के अधिकारियों ने बताया कि रोस्टिंग के बाद जैसे ही चमरूपुर फीडर की सप्लाई शुरू की गई वैसे ही तार टूट कर गिर गया था। तार टूटने के साथ ही सप्लाई स्वत: बंद हो गई। तार को हटाकर दूसरी जगह ट्रांसफर किया जा रहा है।