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राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भाजपा ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में राजग का बना दिया उम्मीदवार

बंगाल में राजनीतिक हिंसा से लेकर कानून-व्यवस्था के मुद्दे तक ममता सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहे राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भाजपा ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में राजग का उम्मीदवार बना दिया। लोकसभा और राज्यसभा में राजग के सदस्यों की अभी जो संख्या है, उससे उनकी जीत में कोई संशय नहीं है। नामांकन पत्र प्रस्तुत करने से पहले उन्होंने बंगाल के राज्यपाल का पद भी त्याग दिया। धनखड़ को प्रत्याशी बनाए जाने को राजस्थान और हरियाणा में होने वाले आगामी विधानसभा समेत 2024 के लोकसभा चुनाव में जाट व किसान वोट बैंक से जोड़कर देखा जा रहा है। दूसरी ओर बंगाल में इसे मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की मांग पूरी होने के नजरिये से भी देखा जा रहा है, क्योंकि तृणमूल सुप्रीमो राज्यपाल के पद से धनखड़ को हटाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पिछले डेढ़ वर्ष से मांग कर रही थीं। अब जबकि उपराष्ट्रपति बनने के लिए उन्होंने पद त्याग दिया है तो इसे यहां के कुछ लोग पीएम मोदी द्वारा ममता की मांग को पूरा करना मान रहे हैं। धनखड़ के जाने से तृणमूल नेता और बंगाल प्रशासन के अधिकारी थोड़ी राहत जरूर महसूस कर रहे होंगे, लेकिन इस बात को लेकर आशंकित भी होंगे कि न जाने अब अगला राज्यपाल कैसा होगा? वैसे तमाम विपक्षी दलों की ओर से उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार का नाम लगभग तय कर दिया गया है। लेकिन देखने वाली बात होगी कि क्या राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही उपराष्ट्रपति चुनाव में भी विपक्ष का बिखराव दिखेगा, क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव में कई विपक्षी दलों ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया है। खैर, रणनीति जो भी हो, भाजपा ने राष्ट्रपति के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव में भी ऐसे प्रत्याशी उतार दिए कि ममता के लिए सीधे विरोध में जाना मुश्किल होगा।

तृणमूल सुप्रीमो को याद रखना होगा कि उन्होंने बार-बार पीएम मोदी से धनखड़ को हटाने का अनुरोध किया था। अब उन्हें हटा दिया गया, कारण चाहे जो भी हो। बंगाल भाजपा के नेता तो शनिवार से ही कहने लगे हैं कि द्रौपदी मुर्मू को लेकर तो ममता कह रही थीं कि पहले नहीं बताया, लेकिन उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के नाम की घोषणा तो पहले हो गई है। अब क्या धनखड़ को समर्थन देंगी? इस मामले का एक और पहलू है। वैसे वह 21 जुलाई को क्या संदेश देती हैं, यह महत्वपूर्ण होगा। हाल ही में नुपुर शर्मा प्रकरण और अग्निपथ योजना को लेकर उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा था। धनखड़ से संबंधित उनके बयान की प्रतीक्षा है।