Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

षड्यंत्र करके फर्जी मामले में मेरे परिजनों को प्रताड़ित कर रही भाजपा सरकार : मायावती

 

 

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आयकर विभाग द्वारा उनके भाई आनंद कुमार व उनकी पत्नी विचित्र लता के करीब 400 करोड़ रुपये के प्लाट को जब्त करने के मामले में केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है।

मायावती ने गुरुवार रात ट्वीट किया कि बीजेपी केन्द्र की सत्ता का अभी भी दुरुपयोग कर अपने विपक्षियों को षड्यंत्र के तहत जबरन फर्जी मामलों में फंसाकर उन्हें प्रताड़ित कर रही है। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में अब मेरे भाई-बहनों आदि को भी जबर्दस्ती परेशान किया जा रहा है, जो अति-निन्दनीय है। लेकिन इससे बीएसपी डरने व झुकने वाली नहीं है।

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि ऐसी ही घिनौनी हरकत इसी पार्टी की सरकार ने सन् 2003 में भी आयकर व सीबीआई आदि के जरिए हमारे विरुद्ध की थी, जो सर्वविदित है, जिसमें फिर हमें अन्त में काफी संघर्ष के बाद सुप्रीम कोर्ट में न्याय मिला।

इससे पहले आज आयकर विभाग ने मायावती के भाई और पार्टी उपाध्यक्ष आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता के करीब 400 करोड़ रुपये मूल्य के प्लाट को आज जब्त कर लिया, जो दिल्ली से सटे नोयडा में है।

आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता के सात एकड़ में फैले 28328 वर्ग मीटर के इस बेनामी प्लॉट को जब्त करने का आदेश आयकर विभाग की दिल्ली स्थित बेनामी निषेध इकाई (बीपीयू) ने 16 जुलाई को जारी किया था, जिस पर आज 18 जुलाई को आयकर विभाग ने प्लॉट को जब्त कर लिया।

आयकर विभाग के सूत्रों का दावा है कि आनंद कुमार की कुछ और बेनामी संपत्तियों की जानकारी उनके पास है, जिसे भविष्य में जब्त किया जा सकता है। आनंद कुमार के खिलाफ हुई इस कार्रवाई की आंच मायावती तक पहुंच सकती है। इस मामले की जांच आयकर विभाग के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रही है।

आयकर विभाग मायावती के भाई आनंद कुमार की 1,300 करोड़ रुपये की संपत्ति की जांच कर रहा है। आयकर विभाग की जांच में पता चला है कि आनंद कुमार की संपत्ति में 2007 से 2014 तक 7.1 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,300 करोड़ रुपये हो गई। खास बात यह है कि यह बढ़ोतरी उस समय हुई जब मायावती 2007 से 2012 तक उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं।

आयकर विभाग की जांच के दायरे में वह 12 कंपनियां भी हैं, जिसमें आनंद कुमार निदेशक हैं। जांच में पता चला है कि पांच फर्जी कम्पनियों के नाम पर भी अधिक सम्पति है। ये कम्पनियां फैक्टर टेक्नोलॉजी, होटल लिब्रेरी, साची प्रोपर्टीज, दिया रिटेलर्स और ईशा प्रोपर्टीज हैं।

सूत्रों के अनुसार आनंद कुमार के बैंक में 4400 करोड़ रुपये जमा है और अचल सम्पत्ति 870 करोड़ रुपये की है। प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले की जांच कर रहा है और इसकी आंच मायावती पर भी गिर सकती है।