आज भला कौन ऐसा है जो साऊथ के सुपर स्टार चिरंजीवी से वाकिस्फ़ नहीं है. बात कुछ समय पहले की है. चिरंजीवी की 150वीं फिल्म को बहुत ही जोर-शोर के साथ रिलीज किया गया था. उनके बेटे राम चरण ने फिल्म फिल्म को भव्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी. आज चिरंजीवी का जन्म दिन है और वे 62 साल के हो गए हैं. तेलुगु फिल्मों में उनका जलवा आज भी बकरार है. उनका जन्म आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले में हुआ और उनके पिता कांस्टेबल थे. चिरंजीवी की पहली फिल्म ‘पुनाधिरल्लू (1979)’ थी लेकिन पहले रिलीज हुई ‘प्रणाम खरीदू मना वूरी पंडावुलू (1978)’. वे एक्टर से लेकर नेता तक का लंबा सफर तय कर चुके हैं. आइए उनके जन्मदिन के मौके पर जानते हैं 10 खास बातें:
उनका असली नाम कोनिडेला शिवा शंकर वरा प्रसाद है. चिरंजीवी उनका स्टेज नेम है.
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चिरंजीवी की ‘घराना मोगुदु (1992)’ तेलुगु की पहली फिल्म थी जिसने बॉक्स ऑफिस पर 10 करोड़ रु. के आंकड़े को छुआ था.
‘घराना मोगुदु (1992)’ ने उन्हें भारत का सबसे महंगा एक्टर बना दिया था और चिरंजीवी को उस समय अमिताभ से बड़ा एक्टर बताया गया था.
चिरंजीवी पहले साउथ इंडियन स्टार थे जिन्हें ऑस्कर अवार्ड्स के लिए आमंत्रित किया गया. वे 1987 में इसमें शामिल हुए.
साउथ के सुपरस्टार पवन कल्याण उनके छोटे भाई हैं और अलु अर्जुन के अंकल हैं तो राम चरण उनके बेटे हैं. इस तरह पूरी तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री का कनेक्शन उन्हीं से होकर गुजरता है.
लाल बहादुर शास्त्री उनके पसंदीदा नेता हैं तो वे महात्मा गांधी और मदर टेरेसा का सबसे ज्यादा सम्मान करते हैं.