जाने माने आध्यात्मिक गुरु और सामाजिक कार्यकर्ता भय्यूजी महाराज ने मंगलवार को कथित तौर पर खुद को गोली मार ली. उन्हें घायल अवस्था में इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.लेकिन उनकी मौत हो गई. उन्हें कुछ माह पहले ही मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा प्रदान किया. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भय्यूजी महाराज की मौत पर शोक व्यक्ति किया.
अन्ना हजारे का अनशन खत्म कराने में
भय्यू जी महाराज पहली बार राष्ट्रीय चर्चा में तब आए थे जब अन्ना हजारे के आंदोलन को खत्म कराने में उन्होंने वार्ता में महत्वपूर्व भूमिका निभाई थी.
पुलिस की फॉरेंसिक टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है. भय्यू जी महाराज को गोली लगने की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में उनके अनुयायी बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंच गए.
कौन हैं भय्यूजी महाराज
भय्यूजी महाराज का मूल नाम उदयसिंह देशमुख है. वह पहले फैशन डिजाइनर थे और बाद में अध्यात्म की ओर मुड़ गए थे. इंदौर में बापट चौराहे पर उनका आश्रम है. यहीं से वे अपने सामाजिक गतिविधियां चलाते थे और ट्रस्ट के कार्यों का संचालन करते थे.
भय्यूजी महाराज का परिवार
भय्यूजी महाराज की पहली पत्नी माधवी का निधन हो चुका है. माधवी से उन्हें एक बेटी हुई जिसका नाम कुहू है जो फिलहाल पुणे में पढ़ाई कर रही है. भय्यूजी महाराज ने दूसरी शादी डॉक्टर आयुषी से की. आयुषी उनके आश्रम में कई सालों से सेवाओं में समर्पित हैं.