योग गुरु रामदेव इन दिनों बीजेपी के पक्ष में बयान देने से बचते हुए दिख रहे हैं। लेकिन राम मंदिर को लेकर उन्होंने अपना पक्ष साफ कर दिया है। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर चल रहे विवाद पर उन्होंने बड़ा बयान दिया है। रामदेव ने कहा कि भगवान राम केवल हिंदुओं के नहीं बल्कि मुसलमानों के भी पूर्वज हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कहा कि, राम मंदिर का मुद्दा वोट बैंक की राजनीति से जुड़ा नहीं है। रामदेव ने राजनीतिक दलों से पूछा कि, अगर अयोध्या में नहीं हुआ, तो आप इसे कहां बनाएंगे? यह पहली बार नहीं है जब बाबा रामदेव ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है।
एक सवाल के जवाब में बाबा रामदेव ने सवालिया लहजे में कहा कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या मक्का-मदीना में बनेगा।’ दरअसल योग गुरु रामदेव ने गुजरात के नडियाद शहर में संतराम मंदिर द्वारा आयोजित एक योग शिविर में भाग लेने के लिए आए थे।
बाबा रामदेव ने कहा कि, राम मंदिर का यह मुद्दा देश के गौरव से जुड़ा है। इसका वोट बैंक की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। मेरा दृढ़ मानना है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। कांग्रेस ने रामदेव पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि उनके जैसे धार्मिक नेता सत्तारूढ़ भाजपा के लाभार्थी है और चुनावों में जीत दिलाने में पार्टी की मदद के लिए इस तरह के बयान देते है।
गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा, ‘बाबा रामदेव जैसे लोग सत्तारूढ़ भाजपा के लाभार्थी हैं। इस तरह के बाबा एक बार फिर चुनावों से पहले भाजपा और मोदी सरकार की मदद करने के लिए सामने आए हैं ताकि अगले पांच वर्षों के लिए और अधिक लाभ उठाए जा सकें।’