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यादों में अटल : पीठ पीछे चर्चा के पक्षधर नहीं थे अटल बिहारी वाजपेयी

लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उनके निकट रहे चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्री ने अटल बिहारी के जीवन के कुछ प्रसंगों को साझा किया। उन्होंने कहा कि अटलजी सरल स्वभाव के व्यक्ति रहे। उनके मिलने वाला उन्हीं का हो जाता था।

लखनऊ के हसनगंज निवासी चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन के अनेक किस्से हैं, लेकिन एक वाकया ऐसा है जो मेरे लिए सबब बना। अटलजी किसी की चर्चा उसके पीठ पीछे नहीं करते थे।

भगवती प्रसाद शुक्ल के साथ अटल बिहारी

एक बार वह अपने साथी भगवती प्रसाद शुक्ल के साथ अटल बिहारी वाजपेयी से मुलाकात करने पहुंचे। अचानक से भगवती प्रसाद ने उत्तर प्रदेश जनसंघ की चर्चा शुरू कर दी। इतने में अटल जी ने भगवती को रोका और भारतीय जनसंघ की उत्तर प्रदेश शाखा के अध्यक्ष राम प्रकाश गुप्ता को अपने पास बुलाया। इसके बाद अटल जी ने भगवती की ओर इशारा करते हुए बोलने के लिए कहा।

उन्होंने कहा कि भगवती तब चुप्प हो गये थे और वहां बैठे लोगों को मालूम हो गया था कि अटलजी पीठ पीछे किसी की चर्चा नहीं करते। संगठन के संचालन में पारदर्शिता परिलक्षित हो सके, इसके लिए जिसकी चर्चा होती थी उसे सामने बैठा लेते थे पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी।

उन्होंने अटलजी के जीवन से जुड़ा एक और किस्सा याद करते हुए कहा कि अटलजी का लखनऊ के बेगम हजरत महल पार्क में भाषण चल रहा था। तभी माइक में आल इण्डिया रेडियो कैच करना शुरू हो गया। उपस्थित जन समुदाय से आवाज ठीक करो की ध्वनि गूंजने लगी। इतने में अटलजी ने बोला, शान्त हो जाइए। मेरी आवाज साफ सुनायी दे रही है। फिर अटलजी ने कहा कि एक कान से रेडियो सुनिए और दूसरे कान से मेरा भाषण। इतना कहते ही जन समूह शान्त हो गया। इसी समय रेडियो की आवाज आनी भी बंद हो गयी।

अटलजी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि लखनऊ को अटलजी ने बहुत कुछ दिया। उनकी कविताएं, प्रसंग याद करके जीवन मिलता है। उनके न रहने पर आज आंखें नम हो गयी हैं। अटलजी जब लखनऊ में होते थे तो उनसे मिलने वालों की संख्या बेहद ज्यादा होती थी। अगर उनको किसी से भी मिलना होता था तो वह सीधे तौर पर उसे बुला लेते थे। अक्सर वह फोन कर के ही बुलाया करते थे।

गौरतलब है कि भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरूवार शाम 93 साल की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले 09 हफ्तों से दिल्ली के एम्स में भर्ती थे। एम्स ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी ने गुरुवार की शाम पांच बजकर पांच मिनट पर अंतिम सांस ली। उन्हें इसी वर्ष जून में किडनी में संक्रमण और कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से एम्स में भर्ती कराया गया था।