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जब तक प्रदेश में एक भी गन्ना है, चलती रहेंगी चीनी मिलें : योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने चौ. चरण सिंह की जयंती पर किसानों को किया सम्मानित

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौ. चरण सिंह की 117वीं जयंती पर विधान भवन प्रांगण में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर आयोजित किसान सम्मान समारोह में उन्होंने उत्कृष्ट कृषि कार्यों के लिए अन्नदाताओं को राज्य स्तरीय सम्मान से पुरस्कृत किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों ने किसानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया। इसके विपरीत हमने किसानों को उनकी फसल का अच्छा दाम दिलाकर मालामाल किया है। आजादी के बाद इस देश के अन्दर भारत की कृषि नीति कैसी होनी चाहिए वह आवाज चौधरी चरण सिंह बनकर निकले। पूरे देश के किसानों ने उ‌न्हें अपना नेता माना। चौधरी जी के नाम पर लोगों ने बहुत राजनीति की लेकिन काम नहीं किया। तीस वर्षों से चौधरी चरण सिंह की जन्मभूमि रमाला में चीनी मिल के विस्तारीकरण की मांग की जा रही थी। हमारी सरकार में इस वर्ष नई चीनी मिल की स्थापना रमाला में की गई। जब तक प्रदेश में एक भी गन्ना है, चीनी मिलें चलती रहेंगी।

गन्ने को इथेनॉल में बदलने की योजना क्रांतिकारी कदम

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े पांच वर्षों के दौरान कृषि के क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व परिवर्तन लाने के लिए किसानों के हित में स्वायल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री फसल सिंचाई योजना लागू की गईं, जिनसे किसानों को लाभ हुआ। जब पूरे विश्व में चीनी के दाम कम हों तो गन्ने को सीधे इथेनॉल में बदलने की योजना लाकर एक क्रांतिकारी कदम उठाया गया। विगत ढाई वर्षों में 15 सालों से उपेक्षित किसानों की स्थिति बेहतर करने के लिए समय से किसानों को कर्ज माफी दी गई और लागत का डेढ़ गुना दाम भी किसानों को उपलब्ध कराया गया है।

धान किसानों का रखा ध्यान, गोवंशों के नस्ल सुधार पर जोर

उन्होंने कहा कि ढाई वर्ष पहले तक किसानों को उनकी धान के लिए 900 से 1000 रुपये ही मिलते थे, समर्थन मूल्य कुछ भी हो। किसानों को इस वर्ष धान की फसल के लिए 1835 रुपये प्रति कुन्तल उनके खाते में दिये गए। गोवंशों के नस्ल सुधार व निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए चलाई जाने वाली योजना में गोवंशों को टैग करने वाले किसानों को 900 रुपये प्रतिमाह दिये जाने का प्रावधान किया गया है। इन सबसे किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम में 31 किसान हुए सम्मानित

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में खेती किसानी के अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट उत्पाकता प्राप्त करने वाले 31 किसानों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में नकद एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इनमें जौनपुर के शीतला प्रसाद और विजय प्रकाश सिंह, झांसी के रामनाथ, बलिया के संतोष कुमार राय, हापुड़ की सारिका त्यागी, फर्रुखाबाद के बादशाह सिंह, फर्रुखाबाद के चन्द्र किशोर, बुलन्दशहर के पूरन सिंह, लखनऊ के अमरेन्द्र सिंह, फर्रुखाबाद के सुखवीर सिंह, अम्बेडकरनगर के कृष्ण कुमार, झांसी की मुन्नी देवी, बलिया के दिलीप सिंह, शामली के बृजेश कुमार, जौनपुर के सुभाष यादव, फर्रुखाबाद के प्रभाचन्द्र, अलीगढ़ के ओमवीर सिंह और फर्रुखाबाद की श्यामा देवी आदि हैं।

कार्यक्रम में कृषि एवं कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही, गन्ना मंत्री सुरेश राणा तथा पशुधन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सहित अन्य मंत्री मौजूद रहे।