श्रीनगर। कश्मीर मुद्दे को लेकर अक्सर ही मोदी सरकार की नीतियों का विरोध करने वाली और विवादित बयान देने वाली जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। दरअसल जम्मू-कश्मीर बैंक में गैरकानूनी नियुक्तियों को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो ने राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से कथित तौर पर स्पष्टीकरण मांगा है।
एंटी करप्शन ब्यूरो की ओर से जारी पत्र में कहा गया है, ‘कुछ मंत्रियों की सिफारिश पर जम्मू-कश्मीर बैंक के चेयरमैन द्वारा कुछ नियुक्तियों का मामला सामने आया है। यह स्पष्ट करें कि क्या जम्मू-कश्मीर बैंक में नियुक्तियों के लिए इस तरह के संदर्भों पर आपका समर्थन था?’ गौरतलब हो कि एसीबी ने इससे पहले जम्मू-कश्मीर बैंक से कुछ समय पहले ही बर्खास्त हुए चेयरमैन अहमद नेंगरू की संपत्तियों पर भी छापेमारी की थी।
इस छापेमारी के दौरान एसीबी की टीम को कई अहम दस्तावेज और फाइलें मिली थीं, जिसे जब्त कर लिया गया था। घंटों तक चली इस छापेमारी में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, फाइलों के अलावा कंप्यूटर और लैपटॉप भी मिले, जिन्हें खंगाला गया। इन्हीं दस्तावेजों की जांच करते हुए अब एसीबी ने महबूबा मुफ्ती को पत्र लिखकर सफाई मांगी है। बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर बैंक के चेयरमैन नैंगरू को जून में ही बर्खास्त किया गया था। जिसके बाद से उनके खिलाफ जांच जारी है।