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CAA को लेकर लोकसभा में विपक्ष पर भड़के अमित शाह,मुस्लिम पर्सनल लॉ पर उठाये सवाल

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में दिल्ली दंगों पर चर्चा का जवाब दिया। चर्चा के दौरान उन्होंने सीएए का जिक्र करते हुए पूछा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर क्यों विपक्ष इसका विरोध कर रहा है। चर्चा के बीच में एक सांसद ने सीएए को धर्म से जोड़कर पेश करने की कोशिश की। विपक्षी सांसद के इस बात पर वह भड़क गए। पढ़िए लाइव हिंदुस्तान में पब्लिश खबर

चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा कि देश में इससे पहले कई कानून धर्म के आधार पर बन रहे हैं। उन्होंने पूछा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ क्या है?

वहीं, अमित शाह ने यह भी कहा कि दंगे के दौरान आगजनी करने वाले लोगों की संपत्ति जब्त की जाएगी। उन्होंने कहा, इसके लिए उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है। ताकि, कोर्ट की निगरानी में संपत्ति वसूली की कार्रवाई की जाए। उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया कि पुलिस भी पत्थरबाजी में शामिल थी। इस दौरान कांग्रेस के सदस्य वॉकआउट कर गए।

‘डोभाल मेरे कहने पर वहां गए’
हिंसा के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की सक्रियता के बारे में सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि उनके आग्रह पर ही एनएसए वहां गए थे। उन्होंने कहा कि अगर वह खुद दंगा प्रभावित क्षेत्रों में जाते, तो पुलिस सब कुछ छोड़कर उनकी सुरक्षा में जुट जाती है। इसलिए, एनएसए ने वहां जाकर पुलिस का मनोबल बढ़ाया।

‘हिंसा केवल 12 थाना क्षेत्रों तक सीमित रही’
अमित शाह ने कहा कि कि दिल्ली के कुल 203 थाने हैं और हिंसा केवल 12 थाना क्षेत्रों तक सीमित रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की सबसे पहली जिम्मेदारी हिंसा को रोकने की थी। कुछ विपक्षी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच उन्होंने कहा कि 24 फरवरी को दोपहर दो बजे के आसपास हिंसा की घटना की पहली सूचना मिली और अंतिम सूचना 25 फरवरी 11 बजे मिली, यानी ज्यादा से ज्यादा 36 घंटे हिंसा चली। 

अमित शाह ने कहा, दिल्ली पुलिस ने 36 घंटे में हिंसा को रोकने का काम किया और इसे फैलने की आशंका को शून्य कर दिया। गृह मंत्री ने यह भी कहा, 36 घंटे में जो हुआ, उसे मैं नजरंदाज नहीं कर रहा। 50 से ज्यादा लोग मारे गये और हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ जो छोटी बात नहीं है।

‘दंगों को आर्थिक मदद देने वाले गिरफ्तार’
गृहमंत्री ने कहा कि हम जनवरी के बाद से दिल्ली में हवाला के जरिये आने वाली राशि का मूल्यांकन कर रहे हैं। इसमें तीन लोगों को दंगों का वित्त पोषण करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में आईएस से जुड़े दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि 300 से ज्यादा लोग उत्तरप्रदेश से आए थे जो गहरी साजिश की ओर संकेत देता है। 

एआईएमआईएम के असादुद्दीन औवैसी के सवालों पर शाह ने कहा कि चेहरा पहचानने का सॉफ्टवेयर (फेस आइडेंटिटी सॉफ्टवेयर) के द्वारा लोगों को पहचानने की प्रक्रिया चालू है। शाह ने कहा कि यह सॉफ्टवेयर न तो धर्म देखता है और न ही कपड़े देखता है। वो सिर्फ और सिर्फ चेहरा और कृत्य देखता है और उससे ही पकड़ता है।