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मुख्यमंत्रियों संग बैठक के बाद बोले पीएम मोदी- देश को मिला लॉकडाउन का लाभ, पढ़ें मुख्य बातें

पूरे देश में लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। प्रधानमंत्री मोदी देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन और उससे उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने बैठक में कहा है कि केंद्र और राज्यों द्वारा किए जा रहे सामूहिक प्रयासों का असर दिख रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का प्रभाव पड़ा है और हमें इसका फायदा मिल रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में लॉकडाउन सबसे ज़्यादा कारगर रहा है और भारत दूसरे देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री के साथ चर्चा में सुझाव दिए।

बैठक में शामिल होने वाले मुख्यमंत्रियों में अरविंद केजरीवाल (दिल्ली), पिनराई विजयन (केरल), उद्धव ठाकरे (महाराष्ट्र), ईके पलानीस्वामी (तमिलनाडु), कोनराड संगमा (मेघालय) त्रिवेंद्र सिंह रावत (उत्तराखंड) और आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश) शामिल थे। बैठक में प्रधानमंत्री सफेद और हरे रंग के बॉर्डर वाले गमछे से अपना मुंह ढंके हुए दिखे।

22 मार्च को देश में लागू लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चौथी बार सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बात की। इस वर्चुअल बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और पीएमओ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।बैठक में कई राज्यों ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने के पक्ष में अपना समर्थन दिया है। जिसपर मंथन चल रहा है।

मेघालय, मिजोरम, पुड्डुचेरी, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, बिहार, गुजरात और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों को बैठक में बोलने का मौका मिला। वहीं अन्य मुख्यमंत्रियों से अपने सुझाव लिखित में देने के लिए कहा गया है। मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा ने कहा कि राज्य तीन मई के बाद लॉकडाउन को जारी रखना चाहता है। जिसमें अंतर-राज्यीय और अंतर-जिला गतिविधियों पर प्रतिबंध जारी रहेगा।

वहीं बताते चलें कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ हो रही बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि केरल ने अपने सुझाव लिखित रूप में दिए हैं। बैठक में केरल के मुख्य सचिव भाग ले रहे हैं।

बैठक के दौरान मिजोरम के मुख्यमंत्री ने कहा कि जो केंद्र सरकार का फैसला होगा उसे राज्य स्वीकार करेगा। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने राज्य के कोरोना योद्धाओं के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और अन्य चिकित्सा उपकरण प्रदान करने के लिए केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने तीन मई को लॉकडाउन खत्म होने पर उद्योगों को शुरू करने की इच्छा जाहिर की और कोविड-19 से लड़ने के लिए भारत सरकार से वित्तीय सहायता मांगी।

सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि सामूहिक प्रयास का लाभ दिख रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का हमें लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के मुकाबले भारत बेहतर स्थिति में है।

अगर कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो देश में अबतक कोरोना वायरस के कुल 27 हजार से अधिक केस सामने आ चुके हैं। सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक कुल के का आंकड़ा 27892 पहुंच गया है, जबकि 872 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।