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तेजस के बाद अब राफेल में उड़ान भरेंगे राजनाथ, देश को इस दिन मिलेगा…..

नई दिल्लीः इस बार दशहरा के अवसर पर एक तरफ जहां भारतीय वायुसेना अपने स्थापना दिवस समारोह में व्यस्त होगी वहीं दूसरी तरफ इसी दिन देश को पहला राफेल विमान मिलेगा। इसी दिन फ्रांस में आयोजित एक समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में भारत को पहला राफेल विमान सौंपा जाएगा।

बता दें कि स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरने के बाद अब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अत्याधुनिक राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरेंगे। साल 2016 में भारतीय वायुसेना को तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट मिलने के बाद यह पहला बड़ा मौका होगा, जब वायुसेना के बेड़े में कोई नया लड़ाकू विमान शामिल किया जा रहा है।

भारत को मिलने वाले 36 विमानों की डील में से पहले चार अंबाला में अगले साल मई में सौंपे जाएंगे। यह डील सितंबर 2016 में हुई थी। फ्रांस में होने वाले कार्यक्रम में दोनों देशों के रक्षा मंत्री और रक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। काबिलेगौर है कि राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता को कई गुना बढ़ा देगा। यह हवाई क्षेत्र में गेमचेंजर साबित होगा।

राफेल पाकिस्तान और चीन से होने वाले हवाई हमलों के खतरे को रोकने और उसे काउंटर करने में काफी मददगार साबित होगा। गौरतलब है कि सॉफ्टवेयर प्रामाणिकता की वजह से सभी 36 जेट्स अक्टूबर 2022 तक ही भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो पाएंगे। भारत राफेल जेट के लिए अब तक साल 2016 के समझौते के तहत 34,000 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुका है।

पहले 16 राफेल को वायुसेना की 17वीं स्क्वाड्रन गोल्डन एरोज में शामिल किया जाएगा, साल 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान हीरो बनकर उभरी इस स्क्वाड्रन को हाल ही में सेवानिवृत हुए एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कमांड किया था। अप्रैल 2022 में आने वाले अगले 16 राफेल जेट को पश्चिम बंगाल के हासिमारा में रखा जाएगा। राफेल विमान को हालांकि भारत आने में कुछ समय और लगेगा क्योंकि इनकी व्यापक जांच और पायलट की ट्रेनिंग में काफी समय लगता है।